भाव जीवन का सकारात्मक पहलू है। अभाव नकारात्मक होने से मृत्यु सूचक माना गया है। भाव का एक अर्थ है- ईश्वर में आस्था। जो कुछ ईश्वर ने दिया उसमें संतुष्टि। पिछले कर्मों के फलरूप यही था मिलना। जो नहीं मिला, उस पर मेरा अधिकार नहीं है। जीवन का दूसरा पहलू है- लालसा-स्पृहा। यह भी चाहिए, वह भी चाहिए। चूंकि हम अविद्या के कारण पैदा होते हैं, अत: अभाव से ही जीवन शुरू होता है।
जयपुर•Jun 30, 2024 / 10:21 am•
Gyan Chand Patni
Hindi News / Prime / Opinion / शरीर ही ब्रह्माण्ड Podcast : अभाव की मानसिकता पतन है