पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी की बहुचर्चित आलेखमाला है – शरीर ही ब्रह्माण्ड। इसमें विभिन्न बिंदुओं/विषयों की आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से व्याख्या प्रस्तुत की जाती है। गुलाब कोठारी को वैदिक अध्ययन में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। उन्हें 2002 में नीदरलैन्ड के इन्टर्कल्चर विश्वविद्यालय ने फिलोसोफी में डी.लिट की उपाधि से सम्मानित किया था। उन्हें 2011 में उनकी पुस्तक मैं ही राधा, मैं ही कृष्ण के लिए मूर्ति देवी पुरस्कार और वर्ष 2009 में राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान से सम्मानित किया गया था। ‘शरीर ही ब्रह्माण्ड’ शृंखला में प्रकाशित विशेष लेख पढ़ने के लिए क्लिक करें नीचे दिए लिंक्स पर
1. podcast शरीर ही ब्रह्माण्ड: प्रकृति से प्रभावित है मन
2. शरीर ही ब्रह्माण्ड: यदा यदाहि धर्मस्य…
3. pod cast शरीर ही ब्रह्माण्ड: ब्रह्म ही अन्न-अन्न ही सृष्टि
4. शरीर ही ब्रह्माण्ड Podcast : अभाव की मानसिकता पतन है
5. शरीर ही ब्रह्माण्ड: कामना का आश्रय ब्रह्म
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