कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है इसके प्रति जागरूक होना और समय पर इसकी पहचान करना।
— स्वास्थ्य जांच और स्क्रीनिंग: नियमित स्वास्थ्य जांच, जैसे ब्रेस्ट कैंसर के लिए मेमोग्राफी, सर्वाइकल कैंसर के लिए पैप स्मीयर, और फेफड़ों के कैंसर के लिए एक्स-रे आदि जांचों के माध्यम से कैंसर की प्रारंभिक अवस्था में पहचान की जा सकती है।
— स्व-परिक्षण: शरीर में किसी भी असामान्य लक्षण, जैसे गांठ या सूजन का अनुभव हो तो उसकी तुरंत जाँच करवानी चाहिए। महिलाओं में स्व-परिक्षण का महत्व विशेष रूप से ब्रेस्ट कैंसर की पहचान के लिए है।
— स्वस्थ जीवनशैली का पालन: कैंसर से बचने के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और मानसिक शांति बनाए रखना जरूरी है। जंक फूड, तंबाकू और शराब का त्याग और पौष्टिक आहार अपनाकर कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।
— स्वास्थ्य जांच और स्क्रीनिंग: नियमित स्वास्थ्य जांच, जैसे ब्रेस्ट कैंसर के लिए मेमोग्राफी, सर्वाइकल कैंसर के लिए पैप स्मीयर, और फेफड़ों के कैंसर के लिए एक्स-रे आदि जांचों के माध्यम से कैंसर की प्रारंभिक अवस्था में पहचान की जा सकती है।
— स्व-परिक्षण: शरीर में किसी भी असामान्य लक्षण, जैसे गांठ या सूजन का अनुभव हो तो उसकी तुरंत जाँच करवानी चाहिए। महिलाओं में स्व-परिक्षण का महत्व विशेष रूप से ब्रेस्ट कैंसर की पहचान के लिए है।
— स्वस्थ जीवनशैली का पालन: कैंसर से बचने के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और मानसिक शांति बनाए रखना जरूरी है। जंक फूड, तंबाकू और शराब का त्याग और पौष्टिक आहार अपनाकर कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।
भारतीय परंपराओं में स्वास्थ्य का महत्व
भारत की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली, आयुर्वेद, योग, और ध्यान का पालन करके हम कैंसर जैसी बीमारियों से बच सकते हैं।
“शुद्धौ सत्त्वशुद्धिः सत्त्वशुद्धौ ध्रुवा स्मृतिः।” अर्थात शुद्ध आहार से शरीर और मन शुद्ध होते हैं और रोगों से दूर रहते हैं।
भारत की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली, आयुर्वेद, योग, और ध्यान का पालन करके हम कैंसर जैसी बीमारियों से बच सकते हैं।
“शुद्धौ सत्त्वशुद्धिः सत्त्वशुद्धौ ध्रुवा स्मृतिः।” अर्थात शुद्ध आहार से शरीर और मन शुद्ध होते हैं और रोगों से दूर रहते हैं।
कैंसर से बचे हुए प्रेरणादायक व्यक्तियों की कहानियां
कई लोग अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति, सकारात्मक सोच, और समय पर चिकित्सा से कैंसर को हराने में सफल हुए हैं।
लैंस आर्मस्ट्रॉन्ग ने न केवल टेस्टीकुलर कैंसर को हराया बल्कि टूर डी फ्रांस का खिताब सात बार जीता। उनका जीवन प्रेरणा देता है कि कैंसर को मजबूत इच्छाशक्ति से हराया जा सकता है। प्रसिद्ध गायिका काइली मिनोग ने ब्रेस्ट कैंसर को मात दी और अपने संघर्ष के माध्यम से लाखों लोगों को प्रेरित किया। विजय सिंह (जोधपुर) ने तंबाकू छोड़कर फेफड़े के कैंसर से लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की। उनका अनुभव बताता है कि सकारात्मक जीवनशैली अपनाकर कैंसर को हराया जा सकता है।
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचने और इसे मात देने के लिए जागरूकता, समय पर जाँच, स्वस्थ जीवनशैली, और सकारात्मक सोच का पालन आवश्यक है। प्रदूषण, मिलावट, तंबाकू और शराब का सेवन, तनाव, और अस्वास्थ्यकर भोजन जैसी आदतों से दूरी बनाकर और संतुलित आहार एवं योग को अपनाकर कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।
कई लोग अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति, सकारात्मक सोच, और समय पर चिकित्सा से कैंसर को हराने में सफल हुए हैं।
लैंस आर्मस्ट्रॉन्ग ने न केवल टेस्टीकुलर कैंसर को हराया बल्कि टूर डी फ्रांस का खिताब सात बार जीता। उनका जीवन प्रेरणा देता है कि कैंसर को मजबूत इच्छाशक्ति से हराया जा सकता है। प्रसिद्ध गायिका काइली मिनोग ने ब्रेस्ट कैंसर को मात दी और अपने संघर्ष के माध्यम से लाखों लोगों को प्रेरित किया। विजय सिंह (जोधपुर) ने तंबाकू छोड़कर फेफड़े के कैंसर से लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की। उनका अनुभव बताता है कि सकारात्मक जीवनशैली अपनाकर कैंसर को हराया जा सकता है।
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचने और इसे मात देने के लिए जागरूकता, समय पर जाँच, स्वस्थ जीवनशैली, और सकारात्मक सोच का पालन आवश्यक है। प्रदूषण, मिलावट, तंबाकू और शराब का सेवन, तनाव, और अस्वास्थ्यकर भोजन जैसी आदतों से दूरी बनाकर और संतुलित आहार एवं योग को अपनाकर कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।
आइए, इस राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पर हम सभी संकल्प लें कि हम अपनी जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव लाएंगे, नियमित स्वास्थ्य जांच कराएंगे और एक स्वस्थ समाज का निर्माण करेंगे। — लेखक प्रो. (डॉ.) हेमन्त पारीक, जीवन विज्ञान वैज्ञानिक हैं और इंटरनेशनल सोसायटी फॉर लाइफ साइंसेस में महासचिव और फाइट अगेंस्ट कैंसर, कैंपेन के समन्वयक हैं।