Gulab Kothari Article Sharir Hi Brahmand: गर्भाशय स्थित रुधिर अग्नि है, यही वेद है। माता वेदी है, वेद की प्रतिष्ठा है। शुक्र को वेष्टित करने वाला भार्गव वायु मातरिश्वा है। ये ही क्रमश: योनि, रेत, रेतोधा हैं। ब्रह्म रूप योनि में, आप: रूप रेत की, वायु रूप रेतोधा आहुति देता है। इसी से प्रजा उत्पन्न होती है।… ‘शरीर ही ब्रह्माण्ड’ शृंखला में सुनें पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी का यह विशेष लेख- बीज ही जन्म-मृत्यु का आधार
•Apr 21, 2023 / 09:47 pm•
Patrika Desk
शरीर ही ब्रह्माण्ड Podcast
Hindi News / Prime / Opinion / शरीर ही ब्रह्माण्ड Podcast: बीज ही जन्म-मृत्यु का आधार