Gulab Kothari Article Sharir Hi Brahmand: मन में कामना का कारण ज्ञान ही है, ब्रह्म ही है। मन के गर्भ में आनन्द-विज्ञान सदा रहते हैं। ज्ञान ही कामना की प्रेरणा है। कामना माया है। कामना प्राण को गतिमान करती है। वाक् रूप कर्म का स्वरूप बनता है। मन चूंकि त्रिगुणी होता है, अत: कामना भी त्रिगुणी होती है। ये … ‘शरीर ही ब्रह्माण्ड’ शृंखला में सुनें पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी का यह विशेष लेख- काम विषय है, कामना भाव है
•Feb 16, 2024 / 08:44 pm•
Gyan Chand Patni
शरीर ही ब्रह्माण्ड Podcast: काम विषय है, कामना भाव है
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