PM Modi’s 71st birthday: समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति का सबसे पहले कल्याण हो, यही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है। दृढ इच्छा शक्ति और राष्ट्र कल्याण की भावना के सुखद नतीजे विगत सात वर्षों में मोदी सरकार के निर्णयों के माध्यम से नजर आ रहे हैं। इसकी बड़ी वजह यही है कि प्रधानमंत्री लगातार देश के आमजन के विकास को लेकर चिंतन-मनन करते हैं। आज जब संपूर्ण विश्व कोविड-19 की खतरनाक महामारी से जूझ रहा है, इसकी रोकथाम के लिए टीकाकरण ही एकमात्र रास्ता है।
देश में चल रहे विश्व के सबसे बड़े एवं सबसे तेज टीकाकरण अभियान में अब तक लगभग 68 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। यह दुनिया के कई देशों की कुल जनसंख्या से भी कई गुना अधिक है। देश में निर्मित दो-दो वैक्सीन के साथ चल रहा कोविड-19 टीकाकरण अभियान हम सभी में गौरव के साथ आत्मनिर्भरता का भाव उत्पन्न करता है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना से देश के 80 करोड़ लोगों को कोविड-19 के संकटकाल में नि:शुल्क राशन से राहत मिली है। देश के हर जिले में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना एक ऐसा ही ऐतिहासिक कदम है, जो भविष्य की स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने में हमें सक्षम बनाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के अब तक के कार्यकाल में राष्ट्र का चतुर्दिक विकास हुआ है। कभी उपेक्षा के साथ देश से कटा हुआ महसूस होने वाला उत्तर-पूर्वी राज्यों का क्षेत्र आज विकास के पथ पर तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। भारत के भाल ‘जम्मू-कश्मीर’ में दिवंगत श्यामाप्रसाद मुखर्जी के स्वप्न को साकार करने के बाद वहां आम नागरिक लोकतंत्र की खुली हवा में सांस ले रहे हैं। दक्षिण से उत्तर और पूर्व से पश्चिम तक हर राज्य में समभाव के साथ विकास की यात्रा विगत सात वर्षों से जारी है।
गांव, गरीब और किसान को लेकर प्रधानमंत्री अक्सर कहते हैं कि जब गांव सशक्त होंगे, तभी राष्ट्र सशक्त होगा और जब किसान समृद्ध होगा, तभी राष्ट्र में भी समृद्धि आएगी। पिछले 7 वर्षों में किसानों के कल्याण के लिए बहुत कुछ किया गया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अब तक 9 किस्तें जारी कर दी गई हैं। किसानों के बैंक खातों में लगभग डेढ़ लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि हस्तांतरित की जा चुकी है। कोविड काल में लगभग 2 करोड़ से अधिक किसानों को क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं। दो लाख 44 हजार करोड़ से ज्यादा का कृषि ऋण दिया गया। साथ ही कृषि ऋण पर ब्याज दर में छूट का प्रावधान किया गया। डीएपी खाद के लिए सब्सिडी 140 प्रतिशत बढ़ाना भी एक अपूर्व निर्णय है।
इस बार फसलों की एमएसपी में बढ़ोतरी के साथ रेकॉर्ड खरीद हुई है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत कृषि क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए एक लाख करोड़ रुपए निर्धारित किए गए हैं। किसानों को फसल बेचने की आजादी दी गई है। कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए कृत संकल्पित सरकार इस दिशा में सतत क्रियाशील है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से हर गरीब के लिए पक्का मकान, उज्ज्वला योजना से घर में धुएं से मुक्ति दिलाती रसोई गैस, स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर घर में शौचालय, हर गरीब का जनधन खाता और डीबीटी के माध्यम से प्रत्येक योजना की राशि का अंतरण जैसे सैकड़ों कदम हैं ,जो कमजोर और गरीब वर्ग के कल्याण के लिए उठाए गए हैं। अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का स्वप्न साकार हो रहा है। तीन तलाक और नागरिकता संशोधन अधिनियम ने समाज के एक वर्ग को दशकों बाद स्वतंत्रता का वास्तविक भाव अनुभव कराया है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से देश के करोड़ों युवाओं के सुखद और समृद्ध भविष्य का मार्ग प्रशस्त हुआ है। खेल के क्षेत्र में भारतीय प्रतिभाएं नित नवीन कीर्तिमान रच रही हैं। इसके पीछे भी खिलाडिय़ों को मिलीं सुविधाएं, प्रशिक्षण एवं प्रतिभाओं को परखकर उन्हें आगे लाने की रणनीति रही है। प्रधानमंत्री दुर्लभ लक्ष्यों को निर्धारित करने का जोखिम लेने से भी नहीं हिचकते। योजनाओं की सफलता के पीछे लक्ष्य का निर्धारण कर उसे समय पर पूर्ण करने की चेष्ठा ही है।