केंन्द्र सरकार की ओर से स्कूल शिक्षा में डेढ़ दशक पूर्व लागू नो-डिटेंशन पॉलिसी को खत्म करने पर शिक्षा के नीति निर्धारकों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा हो गया है। अब पांचवीं और आठवीं के विद्याथियों को साल के अंत में होने वाली परीक्षा में फेल होने पर अगली कक्षा में प्रमोट नहीं किया जाएगा। […]
जयपुर•Dec 24, 2024 / 10:03 pm•
Anil Kailay
Hindi News / Prime / Opinion / Opinion : शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की कोशिश या नई चुनौती?