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आपकी बात, नए आपराधिक कानून लागू होने से क्या समाज में आपराधिक प्रवृत्ति कम होगी?

पाठकों की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं मिलीं, पेश हैं चुनिंदा प्रतिक्रियाएं

जयपुरJul 01, 2024 / 03:54 pm

Gyan Chand Patni

लोगों को जागरूक किया जाए
देश में जो नए आपराधिक कानून लागू करने का फैसला ऐतिहासिक है। पुलिस प्रशासन को नए आपराधिक कानून के बारे में आम लोगों को जागरूक करना चाहिए। अपराधियों को आसानी से जमानत नहीं मिले, इसका ध्यान विशेष रूप से रखना होगा।
—नाम- आलोक वालिम्बे, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
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ईमानदारी से क्रियान्वयन जरूरी
आपराधिक प्रवृत्ति तभी कम होगी जब कानून का पालन करवाने वाली एजेंसियां उन्हें ईमानदार से धरातल पर उतारने में अपने कर्तव्य का पालन करेंगी। कानून तो बहुत बन चुके हैं  लेकिन मुकदमों के चलते चलते अपराधी या तो छूट जाता है या फिर जमानत पर बाहर आकर नए अपराध करने में लग जाता है।
—हरिप्रसाद चौरसिया ,देवास, मध्यप्रदेश
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फैसलों में आएगी तेजी
आपराधिक कानूनों के डिजिटलीकरण और सरलीकरण से न्यायिक फैसलों में तेजी आएगी। पीड़ित व्यक्ति संचार माध्यमों के द्वारा किसी भी पुलिस थाने में आपराधिक मामला दर्ज करा सकता हैं,जिससे पुलिस अविलंब कार्रवाई कर सकती हैं। इससे पीड़ित व्यक्ति को न्याय मिलने में देरी नहीं होगी।
—मनु प्रताप सिंह,चींचडौली,खेतड़ी
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अपराधियों को भय होगा
नए आपराधिक कानून में विडियो क्लिप को प्रमुख मानने, ऑनलाइन शिकायत दर्ज़ कराने और त्वरित कार्रवाई को प्रमुखता दी गई है। इससे निश्चय ही अपराधियों में भय होगा और समाज में आपराधिक प्रवृत्ति  कम होने की संभावना बढ़ेगी। बशर्ते कि इस कानून का पालन ईमानदारी से किया जाए।  ।
—विभा गुप्ता, मैंगलोर
         
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पुलिस को ईमानदारी से काम करना होगा
नए कानून से अपराधियों में खौफ का माहौल पैदा होने से अपराध में  कमी आएगी । पुलिस ईमानदारी से काम करेगी, तब ही अपराध में कमी संभव है, अन्यथा कोई बदलाव नहीं होगा
— अजीतसिंह सिसोदिया, बीकानेर
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निष्पक्ष कार्रवाई जरूरी
नए आपराधिक कानून लागू होने से समाज में आपराधिक प्रवृत्ति कम होने की संभावना है परंतु पुलिस और का प्रभावी और निष्पक्ष होना भी आवश्यक है। यदि अपराधियों को पकड़ा नहीं जाता या न्याय नहीं मिलता, तो नए कानूनों का कोई प्रभाव नहीं होगा। नए कानून तभी प्रभावी हो सकते हैं जब उन्हें ठीक से लागू किया जाए और सभी नागरिकों को उनके बारे में सही जानकारी हो।  
—प्रतीक बैरागी, अजमेर
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कानून व्यवस्था में होगा सुधार
देश भर में 3 नए कानून लागू होने से कानून व्यवस्था सटीक और सुचारू रूप से संचालित होगी। नए कानून का उद्देश्य आधुनिक न्याय व्यवस्था को लागू करना, उसे मजबूत और शक्तिशाली बनाना है। जीरो एफआइआर, ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने, एसएमएस या ईमेल से समन भेजने और जघन्य अपराध की वीडियोग्राफी जैसे प्रावधान अनिवार्य किए गए है।
—योगेश जोशी, बड़वाह
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भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य संहिता एक जुलाई से लागू हो गए हैं। इसमें जीरो एफआइआर, ईएफआइआर का भी प्रावधान है। इससे आपराधिक मामलों में कमी आएगी।। शीघ्र फैसला होने से आपराधिक प्रवृत्ति में कमी आएगी।
—रेखा उपाध्याय, मनेंद्रगढ़ एमसीबी, छत्तीसगढ़
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समय पर सजा जरूरी
नए आपराधिक कानून लागू होने से समाज में आपराधिक प्रवृत्ति कम होगी, मगर उन कानूनों की सफल क्रियान्विति हो तथा न्यायिक आदेशों की अवहेलना प्रशासन द्वारा किसी भी स्तर पर नहीं हो। कानून के दायरे में आने वाले दोषियों को समय पर सजा मिले।
—शिवजी लाल मीना, जयपुर
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सुरक्षा और अनुशासन का माहौल बनता है।
कानून की मौजूदगी समाज में आपराधिक प्रवृत्ति को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अपराधियों को दंड और सजा का डर भी होता है, जिससे वे कानूनी कार्यवाही से बचने का प्रयास करते हैं। इससे समाज में सुरक्षा और अनुशासन का माहौल बनता है।  
—  प्रवीण सिंह, बालोतरा
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मिलीभगत खत्म की जाए
नए आपराधिक कानून लागू होने से समाज में अपराधों में निस्संदेह कमी आएगी बशर्ते कानून की पालना करवाई जाए। प्राय: अपराधियों और पुलिसकर्मियों की मिलीभगत होती है, यह मिलीभगत टूटनी चाहिए। ऐसे में कानून नया हो चाहे पुराना कानून कागजी बनकर रह जाते हैं।  
—आजाद पूरण सिंह राजावत, जयपुर 

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