नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को कड़ी फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा कि BCCI ने भ्रष्टाचार मुक्त खेल के लिए कोई कदम नहीं उठाए। सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बोर्ड ने इसके सदस्यों को लाभ पहुंचाने वाला संगठन बनाकर कर रख दिया। कोर्ट में IPL-2013 में हुए मैच फिक्सिंग को लेकर लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों पर सुनवाई चल रही थी। इस दौरान कोर्ट ने BCCI के वकील से कहा, प्लीज अब यह मत कहना कि लोढ़ा कमेटी की सिफारिशें लागू नहीं की जा सकती। यह कहकर मामले की अगली सुनवाई शुक्रवार 8 अप्रैल कर दी गई। गौरतलब है कि इसी साल 4 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित लोढ़ा कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में BCCI से कई सिफारिशों को लागू करने की बात कही थी जिनमें देश में क्रिकेट में सट्टेबाजी को कानूनी रूप से वैध करना भी शामिल था। हम आपको बता दें कि वर्ष 2013 में IPL लीग में सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग के आरोपों के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस समिति का गठन किया था। लोढ़ा समिति ने BCCI में व्यापक पैमाने पर बदलाव और सुधार करने की सिफारिशें दी हैं जिनमें शीर्ष अधिकारियों की पद पर बने रहने की समय सीमा, सरकारी अधिकारियों और मंत्रियों को बोर्ड में कोई पद पर काबिज नहीं होने और बोर्ड के रोजाना कार्यों के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त करने जैसे कई बातें शामिल हैं। इसके अलावा समिति ने BCCI को सूचना के अधिकार कानून के तहत लाने की भी इच्छा जताई है।