नई दिल्ली। बीसीसीआई में सौरव गांगुली कितने पावरफुल होते जा रहे हैं यह बात कुंबले को कप्तान बनाए जाने से बिल्कुल साफ हो गई है। वे अनिल कुंबले को हैड कोच बनाने के लिए सचिन और लक्ष्मण को मनाने में कामयाब रहे। आपको बता दें कि बीसीसीआई की सलाहकार समिति में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण शामिल हैं। लेकिन इस पोस्ट के लिए फ्रंट रनर रवि शास्त्री बोर्ड के फैसले से निराश है। हालांकि उन्होंने टीम इंडिया के नए कोच कुंबले को शुभकामनाएं दी है। कुंबले शॉर्टलिस्ट किए गए 21 नामों में शामिल नहीं थे। उसके बाद भी गांगुली के दबाव में उन्हें चुना गया।
इसलिए गांगुली ने किया शास्त्री का फेवर
सौरव गांगुली और रवि शास्त्री के रिश्ते कभी अच्छे नहीं रहे। बताया जा रहा है कि सौरव कतई नहीं चाहते थे कि शास्त्री टीम इंडिया का कोच बनें। एक साल पहले गांगुली टीम डायरेक्टर की दौड़ में रवि शास्त्री से पिछड़ गए थे। इसके बाद गांगुली की पूरी कोशिश रही कि शास्त्री को दूसरा मौका न मिले। जब गांगुली की जगह शास्त्री को टीम को कोच बनाया गया, तब यह खाई और चौड़ी हो गई। हेड कोच के सिलेक्शन के दौरान जब शास्त्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपना प्रेजेंटेशन दे रहे थे, तब सौरव नदारद थे।
मैं काफी निराश हूं : शास्त्री
रवि शास्त्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा-मैंने टीम डायरेक्टर के रूप में 18 महीने काफी मेहनत की थी, फिर भी मुझे हेड कोच के रूप में नहीं चुना गया। मुझे जब यह खबर मिली तो मैं काफी निराश हुआ। मैं निराश हूं, लेकिन मेरी अनिल कुंबले को शुभकामनाएं हैं।
21 शार्टलिस्ट नामों में शामिल नहीं थे कुंबले
कुंबले कुछ जरूरी शर्तों (जिनमें से एक, किसी राज्य या किसी टीम की कोचिंग का अनुभव) को पूरा नहीं करते थे। इसलिए उन्हें 21 लोगों की शॉर्टलिस्ट में शामिल नहीं किया गया था। लेकिन गांगुली के दबाव में ही उन्हें इस लिस्ट में जगह मिली। सिलेक्शन के बाद कुंबले ने बताया, इस पोस्ट के लिए इंटरव्यू देना काफी मुश्किल था। मैं तनाव में था। टीम के ड्रेसिंग रूम में कोच के तौर पर वापसी करना शानदार है। मैं इस चुनौती और बड़ी जिम्मेदारी के लिए पूरी तरह तैयार हूं। मैं जानता हूं कि काफी उम्मीदें मुझसे जुड़ी हुई हैं। मैं इसके लिए तैयार हूं। यह मेरा पहला इंटरव्यू था। मेरे साथी जो मेरे पूरे करियर में साथ खेले, वे टेबल की दूसरी तरफ थे। यह काफी अजीब था। यह थोड़ा तनाव भरा था।
इन्होंने किया कुुंबले को सपोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई में सुधार के लिए बनाई गई कमेटी के चेयरमैन जस्टिस लोढ़ा ने भी कुंबले को यह पोस्ट दिलाने में अहम रोल निभाया। जस्टिस लोढ़ा ने क्रिकेट में सुधार के लिए कई सुझाव दिए थे। उनका मानना था कि इन सुझावों में से जो सुधार खिलाडिय़ों से संबंधित होंगे, उसका पालन कुंबले सख्ती से करवा सकेंगे। यह भी पता चला है कि राहुल द्रविड़ ने इस पोस्ट के लिए कुंबले के नाम पर सहमति जताई थी।
Hindi News / …तो इसलिए अनिल कुंबले बने टीम इंडिया के नए हैड कोच