वेटिकन सिटी। पोप फ्रांसिस ने गुरुवार को खुलासा किया कि बचपन में उनका सपना बड़ा होकर एक कसाई बनना था। यही नहीं, वे जब अपनी मां और दादी के साथ बाजार जाते थे, तो कसाइयों के काम की प्रशंसा करते नहीं थकते थे। बच्चों का गाना बजाने वालों के एक सदस्य द्वारा किए गए सवाल के जवाब में वेटिकन सिटी में पोप ने बचपन के इस सपने का खुलासा किया।
पोप ने कहा कि वह एक कसाई बनना चाहते थे, जो अपने चाकू का इस्तेमाल एक कला की तरह करता है, जिसकी बचपन में वह बेहद प्रशंसा करते थे। उन्होंने कहा, और बाद में मेरा दिमाग बदल गया।