उन्होंने कहा कि बतौर कोच पाकिस्तान टीम के लिए दो वर्ष के कार्यकाल में कुछ खास नहीं कर सका। पीसीबी के लिए यह समझना जरुरी है कि इसका उद्देश्य पाकिस्तान में क्रिकेट को बढ़ावा देना है। मैंने पहले भी कहा है कि बोर्ड में मौजूद लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए टीम और कोचिंग स्टाफ के करीब आना चाहिए। उनका वजूद खेल और क्रिकेट के लिए ही है, क्रिकेट टीम उनके लिए नहीं है। इसलिए उन्हें अपनी जिम्मेदारी को बखूबी समझना चाहिए। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वकार ने कहा, हमारे यहां परम्परा रही है कि क्रिकेट टीमें प्रशासन से चीजों के लिए मांग करती हैं जबकि होना तो बिल्कुल इसके उल्टा होना चाहिए था। ऐसे सभी कायदों को तत्काल प्रभाव से बदल देने की जरुरत है।