मध्य प्रदेश लोक निर्माण विभाग के सेवानिवृत्त कार्य पालन यंत्री ने सहायक अभियंता को आवेदन देकर कहा है कि वर्ष 2002-03 में रेलवे ओवर ब्रिज के सर्विस मार्ग के रूप में बस स्टैंड से लोहारी नाका तक 12.50 मीटर चौड़े मार्ग का निर्माण कराया गया था। मार्ग के दोनों छोर पर हार्ड सोल्डर 2.5 मीटर था। मार्ग की चौड़ाई 7.5 मीटर है। वर्तमान में इस मार्ग से सौ से अधिक वाहनों का आना जाना है।
मास्टर प्लान के सोल्डर की भूमि पर बाउंड्रीवॉल का निर्माण शहर में अलग-अलग जगहों पर मास्टर प्लान के मार्ग की भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है। रेलवे की छोर में बस स्टैंड से लोहारी नाका तक मास्टर प्लान मार्ग के सोल्डरों भूमि पर बाउंड्रीवॉल का निर्माण कराया जा रहा है। इससे मास्टर प्लान के अनुसार मार्ग और हार्ड सोल्डरों की चौड़ाई कम हो जाएगी। इससे यहां से बुरहानपुर, खरगोन, एवं इंदौर की छोर में जाने वाले वाहनों का निकलना मुश्किल हो जाएगा। मामले में सेवानिवृत्त कार्य पालन यंत्री एसएस सलूजा ने मध्य रेलवे के सहायक अभियंता खंडवा डिवीजन समेत कलेक्टर, एसपी, निगम समेत विभाग को आवेदन देकर त्रुटिपूर्ण बाउंड्रीवॉल के निर्माण को रोक लगाए जाने की मांग की है।
आरपीएफ बैरक निर्माण में बाउंड्रीवॉल का त्रुटिपूर्ण निर्माण सेवानिवृत्त कार्य पालन यंत्री ने आवेदन में यह भी कहा है कि रेलवे की ओर से आरपीएफ के बैरक निर्माण कराया जा रहा है। इसकी बाउंड्रीवाल का निर्माण मास्टर प्लान मार्ग से सटकर कराया जा रहा है। सहायक अभियंता को दिए गए आवेदन में कहा है कि लोहारी नाका चौराहे पर कंपाउंड वॉल की दूरी 6.50 मीटर है। आरपीएफ बैरक गेट नंबर वन पर कंपाउंड वाल की दूरी 3.50 , गेट नंबर दो पर दूरी 3.25 कर दी गई है। अंतिम छोर में दूरी 5.50 मीटर कर दी गई। इससे बाउंड्रीवॉल निर्माण टेढ़ा हो गया है। बाउंड्री के दाएं, बाएं बनाए जाने से मास्टर प्लान का मार्ग प्रभावित हो रहा है।
मास्टर प्लान में शासन ने 15 से बढ़ाकर 18 मीटर किया मार्ग सेवानिवृत्त कार्य पालन यंत्री एसएस सलूजा के आवेदन के अनुसार मध्य प्रदेश शासन ने खंडवा विकास योजना-2035 के तहत मास्टर प्लान में बस स्टैंड से लोहारी नाका वाले मार्ग की चौड़ाई 15 मीटर से बढ़ाकर 18 मीटर एप्रूव्ड किया है। मार्ग के किनारे 5.5 मीटर खुला एरिया छोडा़ जाना है। सलूजा ने आवेदन में मांग किया है कि त्रुटिपूर्ण बाउंड्रीवाल निर्माण को तत्काल रोक लगाते हुए मास्टर प्लान का पालन किया जाए। मार्ग के किनार खाली एरिया छोडा़ कर निर्माण कराया जाए।