यूएनएससी में चीन-पाक की साजिश हुई फेल, भारत का रूस और अमरीका ने दिया साथ इमरान ने गुरुवार को ट्वीट कर यह बात कही। उन्होंने लिखा कि ‘कश्मीर की समस्या को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचाना जाता है और यह सुरक्षा परिषद के एजेंडे का हिस्सा है। पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कश्मीर के मसले पर बहस का स्वागत करता है।
इमरान ने ट्वीट में कहा कि सुरक्षा परिषद द्वारा कश्मीर मुद्दे पर चर्चा से स्थिति की गंभीरता का पता चल रहा है। कश्मीर विवाद का हल सुरक्षा परिषद के पहले के प्रस्तावों और कश्मीरी अवाम की इच्छाओं के अनुरूप होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों को आत्मनिर्णय का अधिकार मिलने तक उनका नैतिक व कूटनीतिक समर्थन जारी रखेगा।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के भारत पर कई आरोप लगाने वाले पत्र के आधार पर चीन ने कश्मीर मुद्दा सुरक्षा परिषद में चर्चा के लिए रखा। बंद कमरे की इस चर्चा में अन्य सदस्यों का साथ चीन को नहीं मिला। अन्य सदस्य देशों ने कहा कि यह भारत और पाकिस्तान के बीच का द्विपक्षीय मामला है। इन दोनों देशों के पास इससे निपटने का तंत्र मौजूद है, इसमें सुरक्षा परिषद के दखल की कोई जरूरत नहीं है। इस तरह की बैठकों के बाद परिषद आम तौर से बयान जारी करती है लेकिन इस मामले में परिषद ने किसी बयान को जारी करने तक की जरूरत नहीं महसूस की।