भारत सरकार के ज्वाइंट सेक्रेटरी पहुंचे खंडवा, सेक्रेटरी ने कपास की फसलों का निरीक्षण पहुंचे खेत में, पूछने पर किसानों ने कहा, निगम समय से नहीं शुरू कर रहा कपास की खरीदी, समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिल रहा है। समर्थन मूल्य पर कपास की खरीदी अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में शुरू होनी चाहिए। खरीदी के जो मानक बनाए गए हैं उसमें बदलाव किया जाए। जिससे ज्यादा से ज्यादा किसानों को लाभ मिल सकें
सेक्रेटरी ने कपास के खेतों का किया निरीक्षण, ली जानकारी भारत सरकार के ज्वाइंट सेक्रेटरी असित गोपाल शुक्रवार को खंडवा में कपास की फसलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ग्राम दौलतपुरा के किसान रामपाल, ग्राम सुलगांव के किसान राहुल और ग्राम मोरघडी के किसान कड़वा के खेत में पहुंचकर किसानों से चर्चा की। किसानों ने ज्वाइंट सेक्रेटरी से कहा कि भारतीय कपास निगम समर्थन मूल्य पर खरीदी देरी से प्रारंभ करती है। जब तक किसान कपास फसल की आधे से अधिक की चुनाई कर मंडी में विक्रय कर देते हैं। इससे किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिल पाता है।
निजी कंपनियों पर निर्भर किसान किसानों से निरीक्षण के दौरान सेक्रेटरी से कहा कि बीटी कपास के बीजों की उपलब्धता निजी कंपनियों पर निर्भर है। जिसका फायदा कंपनियां उठाती हैं। कंपनियों के द्वारा एक ही समय में बीज उपलब्ध कराया जाना चाहिए। बीटी कपास बीज उत्पादन कार्यक्रम कराया जाए ताकि किसानों को समय पर आसानी से बीज उपलब्ध हो सकें। पिंक बॉल वर्म कीट प्रतिरोधक बीटी कपास की बीजों की उपलब्धता कराई जाए।
केंद्रीय दल के साथ ये रहे मौजूद इस दौरान कलेक्टर अनूप कुमार सिंह, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व ) पुनासा शिवम प्रजापति, उप संचालक कृषि केसी वास्केल, कपास अनुसंधान केंद्र खंडवा के वैज्ञानिक डीके श्रीवास्तव, जिला विपणन अधिकारी रोहित श्रीवास्तव, मंडी सचिव ओपी खेड़े सहित विभिन्न अधिकारी और किसान मौजूद रहे।