beautiful girl exercising at gym
अगर लगातार व्यायाम और कठोर शारीरिक श्रम के बावजूद आपका वजन कम नहीं हो रहा है तो आपको बता दें कि इतनी कोशिश काफी नहीं है क्योंकि आपका शरीर कुछ ही समय बाद इस मेहनत के अनुकूल हो जाता है। ऐसे में वजन नियंत्रित करने के लिए कड़ी मेहनत के साथ ही संतुलित खान-पान पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
सेल प्रेस जर्नल करेंट बायोलॉजी में प्रकाशित लेख के मुताबिक हम वजन कम करने के लिए अगर अधिक व्यायाम अथवा शारीरिक श्रम करते हैं तो शरीर को कुछ समय बाद इसकी आदत हो जाती है जिसके कारण अतिरिक्त वजन कम नहीं हो पाता। शरीर के श्रम के अनुकूल होने के बाद हम चाहे जितना भी व्यायाम कर लें, दैनिक ऊर्जा की खपत अधिक नहीं होती है।
अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि नियमित व्यायाम मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है लेकिन वजन कम करने के लक्ष्य के साथ व्यायाम करने वाले लोग अक्सर निराशा का सामना करते हैं। वजन नियंत्रित करने के लिए व्यायाम और शारीरिक श्रम के साथ ही खान-पान भी संतुलित होना चाहिए।
न्यूूयार्क की सिटी यूनिवर्सिटी के हर्मन पौंत्जर कहते हैं, ‘व्यायाम हमारी सेहत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन इसकी मदद से वजन घटाने और उसे नियंत्रित रखने के इच्छुक लोगों को अपनी भोजन संबंधी आदतों में भी बड़ा बदलाव लाने की जरूरत है। खान-पान में बदलाव से न सिर्फ वजन कम होता है बल्कि इसे लंबे समय तक नियंत्रित रखने में भी मदद मिलती है।’
पौंत्जर ने कहा कि तुलनात्मक अध्ययनों से पता चला है कि बहुत सक्रिय जीवनशैली वाले लोग कम सक्रिय लोगों की तुलना में रोजाना एक समान ऊर्जा खर्च करते हैं। उन्होंने बताया कि उत्तरी तंजानिया के पारंपरिक शिकारियों ‘हाज्दा’ के साथ काम करके उन्हें पता चला कि सक्रिय जीवनशैली से ऊर्जा की दैनिक खपत पर कोई खास असर नहीं पड़ता है।
‘हाज्दा’ बहुत अधिक सक्रिय रहते हैं, प्रतिदिन लंबी दूरियां तय करते हैं और काफी शारीरिक श्रम भी करते हैं लेकिन उनकी ऊर्जा खपत अमरीका और यूरोप में रहने वाले आधुनिक जीवन शैली वाले कम सक्रिय लोगों के बराबर ही है।
उन्होंने कहा ‘यह वास्तव में आश्चर्यजनक था, और इसने मुझे सक्रियता और ऊर्जा खपत के बीच के संबंध के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया।’ इसके बाद पौंत्जर और उनके सहयोगियों ने 300 से अधिक महिलाओं और पुरुषों पर एक सप्ताह तक अध्ययन करके पता लगाया कि आश्चर्यजनक रूप से कई बार मध्यम सक्रिय जीवनशैली वाले लोग कम सक्रिय लोगों की तुलना में 200 कैलोरी तक ज्यादा ऊर्जा खर्च करते हैं लेकिन अधिक सक्रिय लोगों पर इसका कोई असर नहीं दिखता।