300 गोवंश को रेडियम पट्टियां बांधी
जिले के दामोदर, मुलसागर और अमरसागर गांवों में इस अभियान की शुरुआत की गई है। अब तक लगभग 300 गोवंश को रेडियम पट्टियाँ बांधी जा चुकी हैं। इस पहल से खासकर रात के समय सड़कों पर गोवंश के कारण होने वाले हादसों को रोकने की उम्मीद है। करणी कृपा गोरक्षक दल की टीम ने इस कार्य को अंजाम देने के लिए स्थानीय निवासियों का भी सहयोग लिया है और गोवंश की सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया है।
गांवों में अधिक बेल्ट बांधे गए
अभियान के तहत दामोदर गांव में 200 और मूलसागर में 100 से अधिक रेडियम बेल्ट बांधे गए हैं। यह प्रयास खासकर रात के अंधेरे में वाहनों की लाइट से चमकने वाली इन पट्टियों के जरिए गोवंश को सड़क पर दिखने योग्य बनाता है, जिससे दुर्घटनाओं में कमी आ सके। करणी कृपा गोरक्षक दल के सदस्यों का मानना है कि यह पहल न केवल गोवंश की जान बचाएगी, बल्कि वाहन चालकों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेगी।
सड़क हादसों में रोज़ाना जान गंवाते हैं गोवंश
जिले में आवारा गोवंश के कारण होने वाले सड़क हादसे आम बात हो चुकी हैं। खासकर रात के समय, जब सड़क पर गोवंश दिखना मुश्किल होता है, तब ऐसे हादसे ज्यादा होते हैं। रेडियम बेल्ट की चमक के कारण अब वाहन चालक दूर से ही गोवंश को पहचान सकेंगे और अपनी गाड़ी की गति धीमी कर सकेंगे, जिससे दुर्घटना की संभावना कम होगी।
अभियान को जनसहयोग से मिलेगी मजबूती
करणी कृपा गो रक्षक दल के संयोजक हाकमदान झीबा ने बताया कि इस पहल में लोग भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। करणी कृपा गोरक्षक दल ने स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे भी इस अभियान में सहयोग करें और गोवंश की रक्षा के लिए हर संभव मदद करें। इसके साथ ही, टीम ने ग्रामीणों को गोवंश के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए भी जागरूक किया है, ताकि सड़क पर लावारिस गोवंश को सुरक्षित स्थान पर रखने में मदद मिल सके।
आगे की योजना
इस अभियान का उद्देश्य जिले के अन्य गांवों और कस्बों में भी रेडियम बेल्ट लगाने का है ताकि पूरे क्षेत्र में गोवंश से जुड़े हादसों में कमी लाई जा सके। करणी कृपा गोरक्षक दल ने प्रशासन से भी अपील की है कि इस अभियान को व्यापक बनाने में सहयोग दें और सभी ग्रामीण क्षेत्रों में इसे लागू करें।