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पेड़ पर बेटे का शव लटका देख जमीन पर गिर पड़ी मां दरअसल, मूलरूप से असम निवासी रमेश दास (32 वर्ष) परिवार के साथ नोएडा स्थित चोटपुर कॉलोनी में रहता था और रिलायंस कंपनी में नौकरी करता था। कोरोना काल में उसकी नौकरी छूट गई थी। दूसरी नौकरी नहीं मिल पाने के कारण वह बेहद परेशान रहता था। बताया जा रहा है कि रमेश ने गुरुवार दोपहर को नोएडा सेक्टर-12 में ओयो होटल का एक कमरा बुक किया था। इस दौरान वह अपने साथ पांच किलो का एक सिलेंडर भी लेकर आया था, जिसमें नाइट्रोजन गैस भरी थी। होटल के कमरे पहुंचते ही उसने सिलेंडर से पाइप और उससे मास्क जोड़ा। इसके बाद उसने बिस्तर पर लेटकर मुंह पर नाइट्रोजन गैस का मास्क लगा लिया। जब वह देर रात तक घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसके जीमेल अकाउंट से उसकी लोकेशन पता की। इसके बाद वह पुलिस की मदद से ओयो होटल पहुंचे।
उन्होंने काफी देर तक होटल का दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। इस पर पुलिसकर्मियों ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर का नजारा देख परिजनों की चीख निकल गई। रमेश बिस्तर पर मृत अवस्था में पड़ा था और उसके मुंह पर नाइट्रोजन गैस का मास्क लगा था। पुलिस को जांच के दौरान मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। पड़ताल के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसपी रजनीश वर्मा ने बताया कि युवक रिलायंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कोरोना काल में उसकी नौकरी छूट गई थी और दूसरी नौकरी भी नहीं मिल रही थी। इस वजह से वह बेहद परेशान था।
सुसाइट नोट में लिखा: बिना दर्द मौत मरना चाहता था घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट में युवक नेे लिखा है कि वह अपनी खुशी से सुसाइड कर रहा है। उसने इंटरनेट के माध्यम से सीखा है कि नाइट्रोजन गैस से बिना दर्द के मौत हो जाती है। अगर वह इससे मर जाए तो परिवार वालों को सूूचना दे देना। इसके साथ ही सुसाइड नोट में उसने यह भी लिखा है कि उस पर 5 लाख रुपए का कर्ज है, जिसे वह नहीं चुका पा रहा है। कोरोना काल में नौकरी चली गई। वहीं, अब जो नौकरी मिल भी रही है। वह नहीं करना चाहता। अंत में उसने परिवार वालों से माफी मांगी है। इसके साथ ही अपनी पत्नी, पिता, भाई के मोबाइल नंबर भी लिखे हैं।