देश में गन्ना और चीनी उत्पादन में प्रदेश न सिर्फ पहले पायदान पर है, बल्कि सीएम योगी ने गन्ना किसानों को पिछली सरकारों की तुलना में ज्यादा भुगतान भी किया है। अब तक सरकार की ओर से प्रदेश में गन्ना किसानों को करीब डेढ़ लाख करोड़ से ज्यादा का भुगतान किया है। पश्चिमी यूपी के सहानपुर, मेरठ, मुरादाबाद और बरेली मंडल में पिछली सरकार ने वर्ष 2012-17 के बीच करीब 39,738 करोड़ रुपए का भुगतान किया था। जबकि योगी सरकार ने 2017 से 29 दिसंबर 2021 तक 95,650 करोड़ रुपए का भुगतान किया है। यानि योगी सरकार ने गन्ना किसानों को पिछली सरकार से करीब ढाई गुना भुगतान किया है। समय से किसानों को पेमेंट मिलने के कारण काफी हद तक किसानों की समस्याएं भी दूर हुई हैं।
पश्चिमी यूपी में गन्ना भुगतान के आंकड़े दे रहे गवाही पश्चिमी यूपी में गन्ना भुगतान की तुलना पिछली सरकार से करने पर फर्क साफ हो जाता है कि योगी सरकार ने भुगतान में कोई कोताही नहीं बरती है। योगी सरकार ने पश्चिमी यूपी में 2017 से 2021 दिसंबर तक सबसे ज्यादा मुरादाबाद मंडल में 30,645.67 करोड़ रुपए का भुगतान किया है। जबकि सपा सरकार में 18,521.03 करोड़ का ही भुगतान हुआ था। इसी तरह सहारनपुर मंडल में 25,564.02 करोड़ रुपए का भुगतान किया है। जबकि सपा सरकार में 14,628.09 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया था। योगी सरकार ने तीसरे नंबर पर मेरठ मंडल में 22,455.73 करोड़ रुपए का भुगतान किया है। जबकि सपा सरकार ने 13,324.50 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया था।
गन्ना मूल्य भुगतान में प्रदेश में पिछले सारे रिकार्ड टूटे योगी सरकार ने पूरे प्रदेश में पेराई सत्र 2021-22 में 4,907.98 करोड़, 2020-21 में 30,547.23 करोड़, पेराई सत्र 2019-20 में 35,898.85 करोड़, 2018-19 में 33,048.06 करोड़ और 2017-18 के 35,444.06 करोड़ रुपए का भुगतान किया है। साथ ही पिछले पेराई सत्रों का 10,661.38 करोड़ सहित अब तक कुल 1,50,508 करोड़ का गन्ना मूल्य भुगतान कराया है, जो वर्ष 2012 से 2017 के बीच गन्ना मूल्य भुगतान के मुकाबले 55,293 करोड़ और वर्ष 2007 से 2012 के बीच गन्ना मूल्य भुगतान के मुकाबले 98,377 करोड़ अधिक है।
पश्चिमी यूपी का मंडलवार भुगतान मंडल 2012-17 2017 से 29 दिसंबर 2021 तक सहारनपुर 14,628.09 25,564.02 मेरठ 13,324.50 22,455.73 मुरादाबाद 18,521.03 30,645.67 बरेली 9,934.80 16,985.24 कुल 39738.42 95650.66
(नोट- धनराशि करोड़ में है)