सीईओ अरुण वीर सिंह ने पेश की रिपोर्ट यूपी के एयरपोर्ट मैन कहे जाने वाले यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के सीईओ, आईएएस डॉ. अरुण वीर सिंह ने बोर्ड के सामने प्रगति रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि नोएडा एयरपोर्ट के लिए समतलीकरण आदि का काम शुरू कर दिया है। नॉलेज पार्क (पारी चौक) से एयरपोर्ट मेट्रो परियोजना को जोड़ने के लिए यमुना बोर्ड ने वर्क ऑर्डर(काम करने की अनुमति) जारी कर दिया हा।
फिल्म सिटी का कार्य भी तेज वही फिल्म सिटी की डीपीआर बनाने वाली कंपनी सीबीआरई को ग्लोबल टेंडर निकालने का काम दिया गया है। इस पर बोर्ड ने अपनी सहमति देते हुए कार्य को आगे बढ़ाने की बात कही है। फिल्म सिटी बनाने वाली एजेंसी ने सुझाव दिया कि सेक्टर-21 में एक्सप्रेसवे के निकट के वाणिज्यिक भूखंड के 220 एकड़ की भूमि को फिल्म सिटी के लिए चिह्नित किया जाए। फिल्म सिटी की परियोजना के लिए सेक्टर-21 के ले-आउट प्लान को वर्तमान फिल्म सिटी के विकास की आवश्यकता के तहत पुनरीक्षित किया गया है।
पॉड टैक्सी परियोजना पर भी चर्चा बैठक में पॉड टैक्सी की परियोजना को भी रखा गया। पॉड टैक्सी का डीपीआर तैयार करने वाली एजेंसी, ‘इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कारपोरेशन लिमिटेड’ ने पॉड टैक्सी का संचालन एयरपोर्ट और फिल्म सिटी के बीच रखने की बात कही। बैठक में एजेंसी को प्राधिकरण की ओर से कुछ सुझाव दिए गए हैं जिसके बाद पॉड टैक्सी का भी मास्टर प्लान तैयार हो जाएगा।
हेरिटेज सिटी और लाजिस्टिक पार्क का डीपीआर अभी प्रगति में बैठक में राया में बन रहे हेरिटेज सिटी प्रगति रिपोर्ट पेश कर बताया गया कि इसकी डीपीआर को अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है।टप्पल पर बनाए जा रहे लाजिस्टिक पार्क के लिए प्राधिकरण द्वारा चयनित सलाहकार संस्था इसकी डीपीआर बना रही है। वहीं, बोर्ड ने 4000 वर्ग मीटर से बड़े औद्योगिक भूखंडों के आवंटन के लिए शर्तों में बदलाव के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।
मेडिकल डिवाइस पार्क और डाटा सेंटर के प्रस्ताव पर प्राधिकरण की मुहर यमुना प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में मेडिकल डिवाइस पार्क और डाटा सेंटर के प्रस्ताव पर मुहर लग गई। प्राधिकरण के सेक्टर-28 में 350 एकड़ में मेडिकल डिवाइस पार्क की योजना लाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। कलाम इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ टेक्नोलॉजी हैदराबाद इसकी डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर चुका है। फेज-1 के 90 एकड़ क्षेत्र में यह योजना आएगी। इसमें 1000 वर्ग मीटर, 2500, 4000 व 10000 वर्गमीटर के लगभग 89 भूखंड बनाए जायेंगे जिसमे पार्क व वाणिज्यिक क्षेत्र भी शामिल होगा।
वहीं सेक्टर-28 में लगभग 100 एकड़ में डाटा सेंटर पार्क की स्थापना की जाएगी। उत्तर प्रदेश डाटा सेंटर-2021 नीति के तहत इसका निर्माण कार्य किया जाएगा। इसके अंतर्गत 80 प्रतिशत भाग में 10-10 एकड़ के भूखंड व शेष 20 प्रतिशत भाग में 5-5 एकड़ के भूखंड रखे जायेंगे।
बिजली आपूर्ति के लिए बनाया जाएगा बिजली घर वहीं, सेक्टर-21 में फिल्म सिटी जैसे मेगा प्रोजेक्ट और सेक्टर-28 में मेडिकल डिवाइस पार्क व डाटा सेंटर के लिए बिजली आपूर्ति को पूरा करने के लिए अलग से डेडीकेटेड बिजली घर बनाया जायेगा।