बता दें कि यह ट्रॉफी आठ फीट ऊंची और 180 किलोग्राम वजनी है और यह विश्व की सबसे बड़ी ट्रॉफी है। सबसे बड़ी ट्रॉफी होने के चलते इसका नाम लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी शामिल किया गया है।
कैसे बनी सबसे बड़ी ट्रॉफी? बता दें कि इस प्रतियोगिता में दी जाने वाली ट्रॉफी विश्व की सबसे ऊंची व भारी ट्रॉफी है। जिसे फॉलिक फार्म के मालिक ने अपनी माताजी की याद में बनवाया है। इस ट्रॉफी का वजन 180 किलोग्राम के करीब है और इसकी ऊंचाई आठ फीट है। इससे पहले कहीं भी इससे बड़ी ट्रॉफी नहीं बनाई गई है और इसलिए ही इसे लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।
छह राज्य थे ट्रॉफी जीतने की दौड़ में शामिल सेक्टर- 73 स्थित फॉलिक फार्म में आयोजित हुई इस प्रतियोगिता में यूपी, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड और महाराष्ट्र के करीब 400 कराटे खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। हालांकि इसमें यूपी के खिलड़ियों ने 176 मेडल अपने नाम किए और यह ट्रॉफी हासिल की।
आयोजन समन्वयक राजकुमार चौहान ने बताया कि इस प्रतियोगिता में छह राज्यों के करीब 400 खिलाड़ियों ने कराटे मैच में हिस्सा लिया, लेकिन यूपी के खिलड़ियों ने सबसे ज्यादा मेडल हासिल कर इस ट्रॉफी को अपने नाम किया। यूपी ने इस प्रतियोगिता में 67 गोल्ड मेडल, 53 सिल्वर मेडल और 56 ब्रांज मेडल जीते।