ये भी पढ़े: VIDEO: जब बेटी ने पिता की नहीं मानी बात, तो मुंह में कपड़ा ठूंस कर उठाया बड़ा कदम
यूपी एसटीएफ के डिप्टी एसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि परीक्षाओं में पास कराने कराने के एवज में अभ्यर्थियों से लाखों रुपये वसूलने वाले एक गिरोह के सक्रिय होने की जानकारी मिली थी। इस सूचना पर टीम ने जाल फैलाया और गुरुवार को उसमें गिरोह का सरगना बागपत के छपरौली का रहने वाला संजीव अपने गिरोह के साथ फंस गया। उन्होंने बताया कि संजीव डिवाइसेज, थम्ब इम्प्रेशन और पेपर सॉल्व करने में मदद करने वालों की व्यवस्था करता है। वह अपने साथी साल्वर्स के साथ मिलकर सभी तरह की परीक्षाओं में पास कराने की एवज में 5 से लेकर 10 लाख तक की रकम वसूलता था।
मामले को लेकर डिप्टी एसपी ने बताया कि विकास आर्य के स्थान पर परीक्षा दे रहे शामली निवासी अमित नेहरा, शामली निवासी साल्वर राहुल, सुनीता नाम की अभ्यर्थी की जगह परीक्षा दे रही एक साल्वर, डिवाइस की व्यवस्था करने वाला बागपत के छपरौली निवासी गौरव और अमित वर्मा को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से 06 इलेक्ट्रॉनिक कम्यूनिकेशन डिवाइस, 09 इयर पीस, 09 फेविकोल के थम्ब इम्प्रेशन, 18 एडमिट काड्र्स व 18 अन्य डॉक्युमेंट्स, 18 आधार कार्ड और 19 पेपर और कार्ड बोर्ड के बनाए हुए फिंगर प्रिंट बरामद हुए हैं।
यूपी एसटीएफ के डिप्टी एसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि परीक्षाओं में पास कराने कराने के एवज में अभ्यर्थियों से लाखों रुपये वसूलने वाले एक गिरोह के सक्रिय होने की जानकारी मिली थी। इस सूचना पर टीम ने जाल फैलाया और गुरुवार को उसमें गिरोह का सरगना बागपत के छपरौली का रहने वाला संजीव अपने गिरोह के साथ फंस गया। उन्होंने बताया कि संजीव डिवाइसेज, थम्ब इम्प्रेशन और पेपर सॉल्व करने में मदद करने वालों की व्यवस्था करता है। वह अपने साथी साल्वर्स के साथ मिलकर सभी तरह की परीक्षाओं में पास कराने की एवज में 5 से लेकर 10 लाख तक की रकम वसूलता था।
मामले को लेकर डिप्टी एसपी ने बताया कि विकास आर्य के स्थान पर परीक्षा दे रहे शामली निवासी अमित नेहरा, शामली निवासी साल्वर राहुल, सुनीता नाम की अभ्यर्थी की जगह परीक्षा दे रही एक साल्वर, डिवाइस की व्यवस्था करने वाला बागपत के छपरौली निवासी गौरव और अमित वर्मा को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से 06 इलेक्ट्रॉनिक कम्यूनिकेशन डिवाइस, 09 इयर पीस, 09 फेविकोल के थम्ब इम्प्रेशन, 18 एडमिट काड्र्स व 18 अन्य डॉक्युमेंट्स, 18 आधार कार्ड और 19 पेपर और कार्ड बोर्ड के बनाए हुए फिंगर प्रिंट बरामद हुए हैं।
वहीं अब एसटीएफ़ इस बात की जांच कर रही है कि पकड़े गए लोग कब से इस धंधे में लिप्त हैं और कितने लोगों को निशाना बना चुके हैं। इनका मास्टर माइंड कौन है और कौन इनकी मदद करता है। इस बात की भी जांच की जा रही है कि ये कैसे लोगों से संपर्क करते हैं।
UP News से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Uttar Pradesh Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर ..
LIVE अपडेट के लिए Download करें patrika Hindi News App.
LIVE अपडेट के लिए Download करें patrika Hindi News App.