नोएडा ज़ोन-1 के एसीपी रजनीश कुमार ने बताया कि नोएडा के अस्पताल में एक करोना मरीज के जीवन को बचाने के लिए प्लाज्मा की जरूरत थी। रोगी के परिजनो को 3 दिनों तक जगह-जगह भटकने के बाद भी जब कोई प्लाज्मा डोनर नहीं मिल पाया। तब उन्होंने पुलिस से संपर्क किया।
एसीपी रजनीश कुमार का कहना है की जब बात का उन्हे पता चला उन्होंने अपने उन पुलिसकर्मियों से संपर्क किया। जो पिछले दिनों कोरोना को मात देकर स्वस्थ हो चुके थे। जब वे इस बारे में जनकारी हासिल कर रहे उसी दौरान थाना 49 में तैनात कॉन्स्टेबल अमित कुमार आगे आए और अपना प्लाज्मा देने की सहमति जताई। अमित ने हॉस्पिटल जाकर अपना प्लाज्मा देकर कोरोना पीड़ित मरीज की जीवन को बचाने का कार्य किया है किसकी प्रशंसा सभी कर रहे हैं।