नोएडा। चुनाव आयोग द्वारा यूपी बोर्ड की परीक्षा पर रोक लगाने के बाद जता दिया गया है कि चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है। ऐसे में प्रदेश सरकार और अखिलेश कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं। इसी को देखते हुए सीएम अखिलेश की ओर से किसानों को करोड़ों रुपए की राहत दी है। इस राहत से किसानों को काफी फायदा होने की उम्मीद है। किसानों को करोड़ों रुपए की राहत क्यों? शासन ने गौतमबुद्धनगर के उन किसानों को राहत देने के लिए जिला प्रशासन को ग्रांट भेजी है, जिनकी फसल पिछले साल ओलावृष्टि के कारण बर्बाद हो गई थी। प्रशासन के अधिकारियों की मानें तो पिछले साल कई किसान ऐसे छूट गए थे जिन्हें राहत नहीं मिल सकी थी। इसलिए सरकार की ओर से ये ग्रांट आई है। शासन की ओर से स्पष्ट निर्देश हैं कि बचे हुए किसानों को प्राथमिकता के आधार पर रुपए उनके खातों में जमा करा दिए जाएं। करीब 17 करोड़ रुपए आया प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार शासन की ओर से 16.79 करोड़ रुपए आया है, जोकि किसानों के खातों में जाएगा। सभी की लिस्ट पहले से तैयार है। सभी के खाते नंबर भी मौजूद हैंं। तेजी के साथ सभी के खातों में रुपए जमा करा दिए जाएंगे। आपको बता दें कि पिछले साल ओलावृष्टि की वजह से कई किसानों की फसलें काफी बर्बाद हो गई थी। किसानों पर है नजर इन चुनावों में अखिलेश सरकार की किसानों पर काफी पैनी नजर है। अखिलेश को इस बात का पता है कि उत्तर प्रदेश का चुनाव जीतना है तो किसानों के वोटों को अपनी तरफ करना काफी जरूरी है, क्योंकि 2014 के लोकसभा के चुनावों में बीजेपी को किसानों के वोटों ने काफी फायदा पहुंचाया था। ऐसे में प्रदेश में किसानों के वोट एक बड़ा फर्क पैदा करते हैं। इसलिए किसानों का मुआवजा से लेकर राहत पैकेज तक देने में कोई देरी नहीं की जा रही है।