नोएडा के सेक्टर-26 में रहने वाले कवीश नागर को आर्मी की बिहार रेजिमेंट में कमिशन मिला है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि एसएसबी में यह पहला प्रयास था, जिसे उन्होंने आसानी से पास कर लिया। उन्होंने बताया कि उनका स्कूली एजुकेशन ग्रेटर नोएडा के रायन इंटरनेशनल स्कूल और ग्रेजुएशन दिल्ली यूनिवर्सिटी के पीजीडीएवी कॉलेज से किया। इसके बाद उन्होंने एलएलबी में एडमिशन ले लिया था, लेकिन उन्हें मिलिट्री की यूनिफॉर्म हमेशा लुभाती थी। यही वजह है कि आईएमए का टेस्ट दिया और पहली बार में ही इसे पास कर लिया। इसके बाद उन्होंने लॉ की पढ़ाई छोड़कर आईएमए दाहरादून का रुख कर लिया। वे अपनी सफलता का श्रेय पिता बलजीत सिंह और मां सरोज नागर को देते हैं।
वहीं, सेक्टर-110 स्थित गेझा गांव निवासी विनीत अवाना भी आर्मी अफसर बनने में सफल रहे । उन्हें राजपूत रेजिमेंट में कमिशन मिला है। विनीत ने बताया कि यह उनका तीसरा प्रयास था। पहले दो बार भी वे एसएसबी इंटरव्यू में पहुंचे थे। इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और तीसरी बार फिर टेस्ट दिया। इस बार उनका चयन हो गया। दोनों दोस्तों की सफलता पर इनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
अब दोनों दोस्तों को रहना होगा अलग
बचपन से एक साथ स्कूलिंग और खेलने के बाद आर्मी में अफसर तक का सफर तय करने वाले कवीश नागर और विनीत अवाना को आर्मी में अफ्सर बनने के साथ ही दोनों दोस्तों को अलग-अलग रहना होगा। दरअसल, सेना ने दोनों को अलग-अलग रेजिमेंट में में सेलेक्ट किया है। विनीत अवाना को आर्मी के राजपूत रेजिमेंट में कमिशन मिला है। जबकि, कवीश नागर को आर्मी की बिहार रेजिमेंट में कमिशन मिला है।