दरअसल, मुखबिर की सूचना पर कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस ने महामाया फ्लाईओवर पर चेकिंग शुरू की। इस दौरान संदिग्ध ट्रक को रोककर तलाशी ली गई तो ट्रक बाहर से पूरी तरह खाली था, लेकिन जब गहनता से जांच की गर्इ तो पाया गया कि चालक की तरफ ट्रक में एक बॉक्स बनाया गया है। यह बॉक्स ऐसे बनाया गया था कि बाहर से देखने से अलग नहीं लग रहा था। उसे खोला गया तो बॉक्स के अंदर शराब मिली। ट्रक से 350 पेटी शराब बरामद हुई हैं। इसकी कीमत करीब 35 लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने इसके साथ ही यूसुफ और विकास झा को भी गिरफ्तार किया है।
सीओ फर्स्ट अमित किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों को ओल्ड फरीदाबाद से गोरखपुर तक ट्रक पहुंचाने के लिए बोला गया था। ये निर्देश फोन पर दिये गए थे। ट्रक के अंदर ही एक स्थान पर चाभी रखी मिली। ट्रक में ही उन्हें 20 हजार रुपये भी मिले, जो उन्हें फरीदाबाद से रास्ते में खर्च करने के लिए दिए गए थे। इन आरोपियों को गोरखपुर में ट्रक एक नियत स्थान पर खड़ा करके वापस लौटने के लिए कहा गया था। वहां से कोई दूसरा चालक व परिचालक ट्रक लेकर बिहार में प्रवेश करता। शराब किसने व कहां से भेजी और किसके पास व कहां पहुंचाई जानी थी। इसकी जानकारी होने से दोनों ने इनकार कर दिया है। सीओ अमित किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि बिहार में शराब बंदी होने के कारण शराब 380 से 400 रुपये में प्रति बोतल बिकती है।