यह भी पढ़े- दर्दनाक हादसा: हापुड़ में ट्रेन से कटकर छह दोस्तों की मौत, एक गंभीर मदरसे के संचालक फिरोज खान का मानना है कि ने बताया कि हम मदरसे में फूलों की होली मनाकर पूरे देश को ये संदेश देना चाहते हैं कि सभी लोग इसी तरह मिलजुल कर त्योहार मनाएं। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम हर साल होली से पहले या फिर इसके एक दो दिन बाद किया जाता है। इस मौके पर मदरसे की ओर से होली के पकवान बनवाए जाते हैं। इन पकवानों को दोनों समुदाय के लोग फूलों की होली खेलते समय खाते हैं।
यह भी पढ़े- मनचला युवती से बोला- आजा मेरी गाड़ी में बैठ जा, लेकिन लड़की ने ऐसे सिखाया सबक, देखें वीडियो- बता दें कि इस मदरसे में कई बार भारत माता की जय, वंदेमातरम के नारे भी गूंजे हैं। इतना ही नहीं यहां मुस्लिमों ने गोरक्षा का संकल्प भी लिया है। इसके लिए मदरसे में समय-समय पर गोरक्षा के लिए कार्यक्रम किए जाते हैं। यह भी बता दें कि पिछले साल इस कार्यक्रम में आचार्य प्रमोद कृष्णम समेत कई महाराज शामिल हुए थे और सभी ने मिलजुल कर प्रेम से फूलों की होली खेली थी।