दरअसल, मामला स्वार से सटे गांव मोहब्बतनगर का है। जहां के रहने वाले महमूद अली ने एक वर्ष पूर्व अपनी बेटी का निकाह थाना पटवाई के गांव नवाबगंज निवासी शकील अहमद के साथ किया था। उन्होंने बताया कि शकील उत्तराखंड में रहकर हेयर कटिंग का
काम करता है, लेकिन उनकी बेटी यहीं रहती है। पीड़िता ने कई बार पति के साथ रहने की जिद की, लेकिन उसने पीड़िता को अपने पास रखने से साफ साफ मना कर दिया।
आजम खान , जानिये क्या कहा- उन्होंने बताया कि इस बात को लेकर दोनों के बीच कई बार झगड़ा भी हुआ है, लेकिन शकील इसके लिए तैयार नहीं है। इसके बाद पीड़िता ने इसकी सूचना अपने मायके वालों को दी। पीड़िता के परिजनों के पहुंचने पर दोनों पक्षों के बीच पंचायत की गई और दोनों पक्षों की रजामंदी के बाद पति ने पत्नी को भरी पंचायत में तीन तलाक दे दिया। इसके बाद दोनों पक्षों में लिखित समझौता हो गया। बताया जा रहा है कि परिजन पीड़िता और उसके दहेज को अपने साथ ले गए हैं।
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