भूलकर भी न करें ये पांच काम
विनोद शास्त्री जी बताते है कि ग्रथों के साथ कर्इ वैज्ञानिक शोध में भी ग्रहण के दौरान इन कामों को करने का दुष्प्रभाव का खुलासा हो चुका है। जैसे कि ग्रहण के समय मनुष्य को खाना नहीं खाना चाहिए। वैज्ञानिक तौर पर माने तो इसकी वजह उक्त समय में मनुष्य की पाचन शक्ति का बहुत ही शिथिल हो जाना है। ऐसे समय में पेट में दूषित भोजन और पानी जाने पर बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में ग्रहण से पहले ही जिस पात्र में पीने का पानी रखते हों, उसमें कुशा और तुलसी के कुछ पत्ते डाल देने चाहिए।
2. वहीं बताते है सूतक के समय कभी भी पति-पत्नी को शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए। इसकी वजह इस समय में शारीरिक संबंध बनाने से पैदा हुए बच्चे को जीवर भर किसी न किसी शारीरिक परेशानी से गुजरना पड़ता है।
3. ग्रहण के दौरान बाहर न निकले गर्भवती महिलाएं
वहीं ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से ग्रहण की छाया पड़ने से बचना चाहिए। इसकी वजह ग्रहण के दौरान निकलने वाली किरणें बेहद हानिकारक होती हैं। जिसका प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ सकता है।
4. ग्रहण के दौरान पूजा न करें
वहीं ग्रहण के समय में पूजा अर्चना बिल्कुल न करें। यहीं वजह है कि ग्रहण के दौरान कई मंदिरों में भी मंदिर के कपाट ग्रहण के समय बंद कर दिए जाते हैं। ऐसे में पूजा, उपासना या देव दर्शन करना वर्जित होता है।
5. स्नान करने से भी करें बचाव
वहीं ग्रहण के दौरान स्नान करने से बचाव करें।इसकी वजह ग्रहण के दौरान शुभ न होना है। साथ ही स्नान का कोर्इ फायदा न होना है।