नहीं दिख रहे मानसून के विदाई के लक्षण
यूपी के कई जिलों में मानसून का कहर जारी है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार मानसून की विदाई के लक्षण अभी तक नहीं दिख रहे हैं। हर साल एक सितंबर तक मानसून की विदाई शुरू हो जाती है और 25 सितंबर तक यह देश से चला जाता है। इस बार अनुमान है कि मानसून 25 अक्टूबर के बाद तक विदा होगा। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, 2021 में मानसून छह अक्टूबर को विदा हुआ था। 2022 में 20 सितंबर और 2023 में 25 सितंबर को मानसून लौट गया था। इस बार बारिश का ढर्रा बुरी तरह बदला हुआ रहा। ज्यादातर इलाकों में पॉकेट रेन (छोटे-छोटे टुकड़ों में बारिश) हुई। बादलों के छोटे-छोटे टुकड़े (सामान्य आकार 100 किमी की तुलना में आधे) बने, जिनमें घर्षण कम हुआ। इससे बादलों का गर्जन भी कम सुना गया। यह बदलाव जलवायु परिवर्तन के कारण माना जा रहा है।
‘यागी’ तूफान की वजह से नहीं हो रही मानसून की विदाई
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार मानसून के देर तक टिकने की एक वजह ‘यागी’ तूफान है। दरअसल 2017 के बाद से मानसून वापसी में देरी शुरू हुई थी, जो इस बार उच्चतम स्तर पर देखी जा रही है। पिछले साल 25 सितंबर को मानसून की वापसी धीमी गति से शुरू हुई थी। तब पूरे देश से मानसून की वापसी 19 अक्टूबर को पूरी हुई थी। यह भी पढ़ें