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बड़ा ऐलान- ‘2019 लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी नहीं, ये होंगे प्रधानमंत्री का चेहरा’, देखें वीडियो वॉयस ऑफ स्लम की संस्थापक चाँदनी, जिन्होंने ख़ुद अपना बचपन स्लम में बिताया है ने इस दौरान कहा कि लड़कियों के लिये सेल्फ डिफेंस सीखना आज के जमाने में ज़रूरत नहीं, आवश्यकता है। हर लड़की की जिम्मेदारी है कि वो ख़ुद को सुरक्षित कैसे रखे। इसके लिये क्राव मागा से बेहतर सुगम विधा कोई नहीं है। हमने दो सौ से भी ज्यादा लड़कियों को करीब 3 घंटे तक सेल्फ डिफेंस की बेसिक ट्रेनिंग करवाई है। यह भी पढ़ें
मुन्ना बजंरगी के बाद अब इस कुख्यात को गोलियों से किया छलनी, अकेला छोड़कर भागे साथी, देखें वीडियो उन्होंने कहा कि आज की मॉर्डन सोसाइटी की जिम्मेदारी है कि वो स्लम के बच्चे और बच्चियों का ध्यान रखें और voice of slum NGO कई महीनों से गरीब बच्चियों को मुफ्त ट्रेंनिंग दे रहे हैं, ताकि वो अपना बचाव कर सकें। आईयूकेएमएफ (इंटरनेशनल अल्टिमेट क्राव मागा) कई स्टेट पुलिस फोर्स और सेंट्रल पुलिस फोर्स के साथ सेना और एनएसजी कमांडोज को भी ट्रेनिंग देती है।