इतना देना होगा जुर्माना आपको बता दें कि वाहन स्पीड लिमिट को तोड़ने पर जुर्माना लगाया गया है। जिसके मुताबिक स्पीड रडार की मदद से 2 हजार रुपये का चालान वाहन चालक के घर पहुंच जाएगा। नोएडा के एसपी ट्रैफिक गणेश पी साहा ने बताया कि स्पीड रडार को उन जगहों पर लगाया जाएगा, जहां कैमरा नहीं होगा।
यह भी पढ़े – यमुना एक्सप्रेस-वे को मिलने जा रही बड़ी सौगात, यूपी सरकार ने खास योजना के लिए शुरू की तैयारी कैसे काम करेगा स्पीड रडार एसपी ट्रैफिक ने बताया कि स्पीड रडार को सड़क पर रख दिया जाता है और जगह के हिसाब मशीन में स्पीड लिमिट सेट कर दी जाती है। क्योंकि ऐसा भी होता है कि शहर में कई सड़क पर स्पीड लिमिट अलग-अलग होती है। जैसे सेक्टर-18 और 60 को जोड़ने वाले एलिवेटेड रोड पर हल्के वाहनों के लिए स्पीड लिमिट 60 किमी प्रति घंटा है और भारी वाहनों के लिए 40 किमी प्रति घंटा है। जबकि यमुना एक्सप्रेसवे पर वाहनों के लिए स्पीड लिमिट 100 है। कई बार मौसम के हिसाब से भी स्पीड लिमिट में बदलाव होता रहता है।
यह भी पढ़े – Summer Tips: गर्मियों में टंकी के खौलते पानी से मिल जाएगा छुटकारा, बस तुरंत कर लें ये काम ये होंगे कैमरा रेड लाइट वायलेशन कैमरा रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन (RLVD) कैमरा उन लोगों पर निगाह रखता है जो रेड लाइट जंप करते हैं। यह कैमरा ऐसे लोगों की इमेज कैप्चर करके वाहन के नंबर के आधार पर खुद ही चालान काट देता है।
नंबर प्लेट रिकॉग्निशन कैमरा यह नंबर प्लेट रिकॉग्निशन (ANPR) कैमरा होता है। नोएडा अथॉरिटी के अफसरों के मुताबिक शहर के करीब 693 पाइंट पर यह कैमरे लगाए जाएंगे। इस कैमरे की खासियत यह है कि यह खुद से वाहनों की नंबर प्लेट पढ़कर चालान काट देता है। इतना ही नहीं कमांड कंट्रोल रूम में बैठे पुलिसकर्मी भी इस कैमरे की मदद से सड़क पर नज़र रख सकते हैं और रूल तोड़ने वाले का चालान काट सकते हैं।
सर्विलांस कैमरा सर्विलांस (Surveillance) कैमरा खासतौर पर पुलिस की मदद के लिए लगाया जाएगा। शहर के करीब 354 पाइंट पर लगा यह कैमरा वाहनों पर चलने वाले लोगों के चेहरों पर फोकस करेगा। यह कैमरा बेहद नजदीक से इंसान के चेहरे को फोसक करता है। इस कैमरे से पुलिस बदमाशों को आसानी से पहचान और पकड़ सकेगी।