पिछले कुछ समय से नोएडा में स्ट्रीट क्राइम में तेजी से इजाफा हुआ है। पुलिस की काफी कोशिशों के बावजूद बदमाश दिनदहाड़े सड़क पर लूट, छिनैती और स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। स्ट्रीट क्राइम को रोकने के लिए एसएसपी के नेतृत्व में स्कॉड लैंडयार्ड की तर्ज पर नोएडा पुलिस को तैयार कर एक नई पहल की गई है। इसके लिए 60 पुलिस की विशेष टीमों का गठन किया है। एक टीम में दो पुलिसकर्मी होंगे। वर्दी में कैमरा और जीपीएस सिस्टम लगा हुआ है। इन कैमरों स न केवल अपराधियों की गतिविधियों का पता चल सकेगा, बल्कि कंट्रोल रूम से टीम की कार्यशैली पर भी निगरानी रखी जा सकेगी। जीपीएस सिस्टम के माध्यम से बदमाशो को पकड़ने के लिए रास्तों का आसानी से पता चल सकेगा।
विशेष पुलिस टीम को खास प्रशिक्षण दिया गया है। इसके अलावा आधुनिक गैजेट से लैस है एनपीयू की टीम, इनके जूते और टैक्टिकल बेल्ट विशेष प्रकार की है, जिसमे कई प्रकार की चीजे रखी जा सकती है। दो प्रकार के फाइबर और रेफ़्लेक्टर बैटन दिये गए है। फाइबर बैटन का प्रयोग लाठी के रूप में और रेफ़्लेक्टर बैटन में कई प्रकार की लाइट लगी है जिसका प्रयोग रात में किया जा सकेगा। इनमें महिला पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। यह टीम मोर्चे पर बदमाशों को गिरफ्तार करने में सक्षम होंगी।
स्ट्रीट क्राइम में टीमों का हथियारबंद बदमाशों से सामना होना लाजिमी है ऐसे में यदि बदमाश पुलिस पर सीधी गोली चलाता है तो पुलिस को भी आत्मरक्षा में गोली चलाने की इजाजत दी गई है। पुलिस मुठभेड़ के बाद गोली चलाने वाले बदमाशों को गिरफ्तार करेगी।