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दरअसल, थाना फेज-तीन क्षेत्र के ममूरा में आदित्य मेडिकोज नाम से प्रदीप नाम के शख्स का का एक मेडिकल स्टोर है। जिस पर प्रदीप की पत्नी का भाई महेश बैठता है। दुकान पर बैठने के दौरान उसकी दोस्ती नरेंद्र नाम के युवक से हो गई। बसई गांव में रहने वाला नरेंद्र ऑटो चलाता है। महेश का आरोप है कि ऑटो चालक नरेंद्र को थाना फेज-तीन में तैनात एक पुलिसकर्मी संरक्षण देता है।
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महेश के मुताबिक दो दिन पहले नरेंद्र उसकी दुकान पर आया और एक नशीली दवा की मांग की। बिना प्रिसकिप्शन के दवा देने से इंकार करने के बाद नरेंद्र ने पहले सिफारिश की और बाद में देख लेने की धमकी देकर चला गया। महेश ने बताया कि गुरुवार को वह बाइक पर सवार होकर दुकान खोलने जा रहा था। काफी दूर तक पीछा करने के बाद आखिर सेक्टर-71 के पास नरेंद्र ने उसकी बाइक पर जोर से लात मार दी। इससे वह गिरकर बुरी तरह जख्मी हो गया।
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महेश के जीजा प्रदीप का आरोप है कि इस मामले की शिकायत करने परिजनों को थाना फेज-तीन की पुलिस ने बैठा लिया और बिना एफआईआर दर्ज किए धमकी देकर भगा दिया। नरेंद्र ने पहले भी महेश को फंसाने की कोशिश की थी। तब नरेंद्र ने चोरी का एक मोबाइल फोन रखने के लिए उसके ***** महेश को दे दिया और कुछ ही देर बाद उसे चोरी के इल्जाम में फंसा दिया। बड़ी मुश्किल से उस मामले से छुटकारा मिला। महेश और उसके जीजा का आरोप है कि नरेंद्र थाना फेज-तीन में तैनात पुलिस वाले के लिए मुखबिरी का काम करता है, इसलिए उसे पुलिसवाले संरक्षण देते हैं।