बता दें कि पिछले महीने शिवपाल यादव ने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के नाम से एक नए राजनीतिक संगठन का ऐलान किया था। इसके बाद मोर्चे के बैनर तले पहली रैली पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में की गई थी। नए संगठन की घोषणा करने के बाद शिवपाल यादव का पश्चिमी यूपी पर विशेष जोर है। वे लगातार पश्चिमी यूपी के जिलों में दौरा कर रहे हैं। नोएडा में भी अगले महीने उनकी रैली प्रस्तावित है। शिवपाल यादव ने गुरुवार को मेरठ में दावा किया था कि उन्होंने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव को अपने सेक्युलर मोर्चा से के टिकट पर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने यह दावा भी किया कि पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम का आशीर्वाद उन्हें मिला है।
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने इन जिलों में बदले जिलाध्यक्ष, इन्हें मिली जिम्मेदारी, देखें पूरी लिस्ट
हालांकि समाजवादी पार्टी द्वारा पहले ही मुलायम सिंह यादव के मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की घोषणा की जा चुकी है। प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव ने मुजफ्फरनगर में एक स्वागत कार्यक्रम के दौरान कहा कि महागठबंधन की बैठक में मुझे नहीं बुलाया गया। उसके बाद जितने भी समान विचारधारा के दल हैं और वे छोटे-छोटे 40 दल जिन्हें कोई नहीं पूछ रहा है। उन सभी को एकजुट कर संगठन बनाया है। वे सभी हमारे साथ जुड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव तक सब कुछ तय कर देंगे। शिवपाल ने कहा कि जल्द ही प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की कमेटियों का गठन होने जा रहा है। सभी शहरों में भ्रमण कर कमेटियों के पदाधिकारियों के नाम तय कर उन्हें लोकसभा चुनाव का काम सौंपा जाएगा।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह पहुंचे शुक्रतीर्थ, सर्जीकल स्ट्राइक पर किया बड़ा खुलासा, देखें वीडियो
शिवपाल सिंह यादव ने अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के लिए चुनाव आयोग से आवेदन कर चक्र चुनाव चिह्न की मांग की है। साथ ही चक्र न मिलने पर कार व मोटरसाइकिल में से एक चुनाव की मांग की है। आपको बता दे कि चक्र पहले पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह के नेतृत्व वाले जनता दल का चुनाव चिन्ह हुआ करता था। जनता दल का अस्तित्व खत्म होने के बाद इसे सीज कर दिया गया था। शिवपाल का दावा है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेंगे। ये सभी प्रत्याशी पार्टी के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ेंगे।