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एससी/एसटी एक्ट में केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा किए गए संशोधन के विरोध में सवर्ण समाज की ओर से सहारनपुर से आगरा तक राष्ट्रवादी समान अधिकार पद यात्रा का ऐलान किया गया था। यात्रा 16 सितंबर से शाकंभरी देवी मंदिर से शुरू होनी प्रस्तावित थी। पद यात्रा का नेतृत्व सांसद फूलन देवी की हत्या में जेल गए शेर सिंह राणा कर रहे हैं। प्रशासन को पहले ही इसकी सूचना दे दी गई थी। यह पद यात्रा सहारनपुर के करीब 150 गांवों से होते हुए पड़ोसी जिले मुजफ्फरनगर के भी 70 गांवों में घूमेगी। हर जिले में दो संयोजक बनाकर पद यात्रा की जिम्मेदारी तय की गई है।
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पद यात्रा में हजारों लोगों के शामिल होने की संभावना है। इसी बीच भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर उर्फ रावण की रिहाई के बाद प्रशासन पहले से एहतियात बरत रहा है। एससी/एसटी एक्ट के संशोधन के विरोध में होने वाली पद यात्रा के दौरान गांवों में टकराव की आशंका ने पुलिस-प्रशासन की नींद उड़ा रखी है। इसी बीच शुक्रवार को बेहट के उप जिलाधिकारी शिव नारायण ने अनुमति संबंधी प्रार्थना पत्र निरस्त कर दिया। रविवार को शुरू हुई पदयात्रा को लेकर टकराव के चलते मौके पर बेहट कोतवाली पुलिस, मिर्जापुर थाना पुलिस, बिहारीगढ़ थाना पुलिस के साथ-साथ एडीएम (प्रशासन), एसपी देहात, सीओ ब्रह्मपाल सिंह, एसडीएम बेहट और पीएसी भी मौके पर मौजूद रही।