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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ज्यादा कारें हैं भाजपा के इस विधायक के काफिले में, सभी गाड़ियां हैं काफी महंगीरवि ने बताया कि दिल्ली में प्रदर्शन के लिए भीम आर्मी को अनुमति नहीं मिली थी। इसके चलते उन्होंने अपने संगठन पर अनुमति मांगी थी। पिछले साल 21 मई के प्रदर्शन में समाज से चार लाख 92 हजार और 18 जून के प्रदर्शन में 12 लाख 39 हजार से ज्यादा रुपये जमा किए गए थे। गौतम का कहना है कि दिल्ली प्रदर्शन में पहुंचे शब्बीरपुर के प्रधान शिव कुमार के छोटे भाई राज कुमार को करीब साढ़े पांच लाख रुपये दिए गए, ताकि वह गांव के हिंसा पीड़ित 56 परिवारों के बीच बराबर-बराबर बांट दें। इसके अलावा भीम आर्मी के जिला महासचिव विजय कुमार को भी करीब साढ़े पांच लाख रुपये सौंपे गए, जिन्हें कहा था कि जातीय हिंसा में समाज के जेल गए करीब 44 लड़कों को भी खर्च के लिए बांट दिए जाएं।
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Patrika Exclusive: विवेक तिवारी मर्डर के मुख्य आरोपी कांस्टेबल प्रशांत चौधरी के गांव वासियों ने CM योगी से की यह मांग, देखें वीडियो वायरल वीडियो में रवि के साथ बालक राम बौद्ध भी दिख रहे हैं। मीडिया से हुई बातचीत में रवि गौतम ने कहा कि उन्हें आज तक यह नहीं बताया गया कि उक्त रुपये सही पात्रों तक पहुंचे या नहीं? एक मिनट 33 सेकंड तथा तीन मिनट 50 सेकंड के दो वीडियो वायरल हो चुके हैं। इससे पूर्व तीन ऑडियो भी वायरल हुए हैं। मगर इस संबंध में भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर चुप्पी साधे हैं। गुरुवार को भी उनका मोबाइल बंद था। समाज ने अगर पीड़ितों के लिए रुपया एकत्रित किया है तो वह रुपया समाज के पास चला गया होगा। वायरल वीडियो में रवि गौतम क्या कह रहे हैं, और क्यों कह रहे हैं?