सावन में बिल्व पत्र का है विशेष महत्व, शिवलिंग पर अर्पित करने से भोलेनाथ की बरसेगी कृपा त्रिशूल
त्रिशूल भगवान शिव के हाथों की शोभा होता है। त्रिशूल को 3 देव और 3 लोक का प्रतीक माना जाता है। इसलिए सावन में घर में चांदी का त्रिशूल लाने से वर्षभर आपदाओं से रक्षा होती है।
त्रिशूल भगवान शिव के हाथों की शोभा होता है। त्रिशूल को 3 देव और 3 लोक का प्रतीक माना जाता है। इसलिए सावन में घर में चांदी का त्रिशूल लाने से वर्षभर आपदाओं से रक्षा होती है।
रुद्राक्ष
हिंदू धर्म में सुख, सौभाग्य और समृद्धि के लिए तथा मन की पवित्रता के लिए असली रुद्राक्ष को घर में लाएं या फिर घर में रखे रुद्राक्ष को चांदी में गढ़वा कर पहनें। यह आपके जीवन के लिए अत्यंत शुभ और समृद्धिदायक होगा।
हिंदू धर्म में सुख, सौभाग्य और समृद्धि के लिए तथा मन की पवित्रता के लिए असली रुद्राक्ष को घर में लाएं या फिर घर में रखे रुद्राक्ष को चांदी में गढ़वा कर पहनें। यह आपके जीवन के लिए अत्यंत शुभ और समृद्धिदायक होगा।
डमरू
यह शिव का पवित्र वाद्य यंत्र है। इसकी पवित्र ध्वनि से आसपास से समस्त नकारात्मक शक्तियां दूर भागती हैं। आरोग्य के लिए भी डमरू की ध्वनि असरकारक मानी गई है। सावन मास लाकर रखें और अंतिम दिन किसी बच्चे को यह डमरू उपहार में दें।
यह शिव का पवित्र वाद्य यंत्र है। इसकी पवित्र ध्वनि से आसपास से समस्त नकारात्मक शक्तियां दूर भागती हैं। आरोग्य के लिए भी डमरू की ध्वनि असरकारक मानी गई है। सावन मास लाकर रखें और अंतिम दिन किसी बच्चे को यह डमरू उपहार में दें।
चांदी के नंदी
नंदी शिव जी का गण है और वाहन भी। सावन में चांदी के नंदी को घर में लाकर माहभर पूजा करें तो यह आर्थिक संकटों से मुक्ति दिलाता है। जल पात्र
जल शिव को अत्यंत प्रिय है। सावन में गंगाजल लाकर घर में रखें और माहभर पूजन करें। चांदी, तांबे या पीतल का पात्र लाकर उसमें शुद्ध स्वच्छ निर्मल जल भरें और प्रतिदिन उसे शिवजी अर्पित कर पुन: भरकर रख दें। यह प्रयोग भी धन के आगमन के लिए सबसे अधिक प्रभावी है।
नंदी शिव जी का गण है और वाहन भी। सावन में चांदी के नंदी को घर में लाकर माहभर पूजा करें तो यह आर्थिक संकटों से मुक्ति दिलाता है। जल पात्र
जल शिव को अत्यंत प्रिय है। सावन में गंगाजल लाकर घर में रखें और माहभर पूजन करें। चांदी, तांबे या पीतल का पात्र लाकर उसमें शुद्ध स्वच्छ निर्मल जल भरें और प्रतिदिन उसे शिवजी अर्पित कर पुन: भरकर रख दें। यह प्रयोग भी धन के आगमन के लिए सबसे अधिक प्रभावी है।
सर्प
भगवान शिव के गले में सर्पराज हर घड़ी रहते हैं। इसलिए सावन में चांदी के नाग-नागिन के जोड़े को घर में लाकर रखें। हर दिन पूजन करें और सावन के अंतिम दिन उसे किसी शिव मंदिर में ले जाकर रख दें। यह प्रयोग आपको पितृ दोष और काल सर्प योग से राहत देता है।
भगवान शिव के गले में सर्पराज हर घड़ी रहते हैं। इसलिए सावन में चांदी के नाग-नागिन के जोड़े को घर में लाकर रखें। हर दिन पूजन करें और सावन के अंतिम दिन उसे किसी शिव मंदिर में ले जाकर रख दें। यह प्रयोग आपको पितृ दोष और काल सर्प योग से राहत देता है।
चांदी की डिब्बी में भस्म
किसी भी शिव मंदिर से भस्म लाकर उसे नई चांदी की डिब्बी में लाकर रखें। माह भर उसे पूजन में शामिल करें और बाद में तिजोरी में रख दें। बरकत के लिए यह अचूक प्रयोग है।
किसी भी शिव मंदिर से भस्म लाकर उसे नई चांदी की डिब्बी में लाकर रखें। माह भर उसे पूजन में शामिल करें और बाद में तिजोरी में रख दें। बरकत के लिए यह अचूक प्रयोग है।
चांदी का कड़ा
भगवान शिव पैरों में चांदी का कड़ा धारण करते हैं। सावन मास यह घर में लाकर रखने से तीर्थ यात्रा और विदेश यात्रा के शुभ योग बनते हैं। चांदी का चंद्र या मोती
भगवान शिव के मस्तक पर चंद्रमा विराजित है। इसलिए सावन में चांदी के चंद्रदेव लाकर पूजन में रखें। अगर संभव हो तो सच्चा मोती भी ला सकते हैं। मोती चंद्र ग्रह की शांति करता है। इसे करने से चंद्र ग्रह की शांति तो होती ही है साथ ही मन भी मजबूत होता है।
भगवान शिव पैरों में चांदी का कड़ा धारण करते हैं। सावन मास यह घर में लाकर रखने से तीर्थ यात्रा और विदेश यात्रा के शुभ योग बनते हैं। चांदी का चंद्र या मोती
भगवान शिव के मस्तक पर चंद्रमा विराजित है। इसलिए सावन में चांदी के चंद्रदेव लाकर पूजन में रखें। अगर संभव हो तो सच्चा मोती भी ला सकते हैं। मोती चंद्र ग्रह की शांति करता है। इसे करने से चंद्र ग्रह की शांति तो होती ही है साथ ही मन भी मजबूत होता है।
चांदी के बिल्व पत्र
हम पूरे सावन में शिव जी को बिल्व पत्र अर्पित करते हैं, लेकिन कई बार शुद्ध अखंडित बिल्वपत्र मिलना संभव नहीं होता। ऐसे में चांदी का बिल्वपत्र लाकर प्रतिदिन शिवजी को अर्पित करने से करोड़ों पापों का नाश होता है और घर में शुभ कार्यों का संयोग बनता है।
हम पूरे सावन में शिव जी को बिल्व पत्र अर्पित करते हैं, लेकिन कई बार शुद्ध अखंडित बिल्वपत्र मिलना संभव नहीं होता। ऐसे में चांदी का बिल्वपत्र लाकर प्रतिदिन शिवजी को अर्पित करने से करोड़ों पापों का नाश होता है और घर में शुभ कार्यों का संयोग बनता है।