यह भी पढ़ें- परिवार के साथ मूवी देख रहे युवक ने अचानक अपनी गर्दन पर फेर दिया धारदार हथियार, जानें ऐसा क्यों किया एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि सत्तन यादव ने पूछताछ में कबूल किया है कि वह कम्पनी के मास्टरमांइड सुमित यादव के ड्राइवर के रूप में काम करता था। वह 2020 से सुमित यादव के साथ जुड़ा था। वह कम्पनी के प्रमुख सुमित यादव व अन्य प्रमुख लोगों को कम्पनी लाना और ले जाने का काम करता था। वहीं, जो कम्पनी के खिलाफ जाते थे, उन व्यापारियों और कर्मचारियों को डराना धमकाने का भी काम करता था। सत्तन यादव कम्पनी के मास्टरमांइड सुमित यादव का दाहिना हाथ है, जो ड्राई फ्रूट्स कंपनी बनाकर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने के मामले में जेल भी जा चुका है।
एडीसीपी ने बताया कि सुमित यादव सत्तन पर पूरा भरोसा करता था। इसलिए कम्पनी के कैश को बैंको व अलग-अलग जगहों पर पहुंचाता था। कम्पनी व्यापारियों के साथ व्यापार के नाम पर धोखाधड़ी करती थी एवं फर्जी कागजातों पर कम्पनी बनाई जाती थी। इसलिए सत्तन यादव ड्राइवर व बाउंसर के तौर पर कम्पनी में नियुक्त किया गया था। कम्पनी सत्तन यादव को वेतन के अतिरिक्त भी पैसा देती थी, ताकि सत्तन यादव लालचवश कम्पनी में काम करता रहे। सुमित यादव कि गिरफ्तारी के बाद से सत्तन यादव फरार चल रहा था और पुलिस ने उस के ऊपर 25 हजार का इनाम घोषित किया था।