दरअसल, गुरुवार को मुजफ्फरनगर में आयोजित लोकतंत्र बचाओ महापंचायत में पहुंचे समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने मंच से बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि वे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का संदेश लेकर आए हैं। जिसमें उन्होंने कहा कि सपा रालोद गठबंधन पहले भी रहा है और आगे भी रहेगा। दोनों पार्टियां विधानसभा उपचुनाव सहित 2022 विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगी। चौधरी चरण सिंह की विरासत को अब तक नेताजी मुलायम सिंह यादव व चौधरी अजीत सिंह ने आगे बढ़ाया है और अब अखिलेश यादव व जयंत चौधरी आगे बढ़ाने का काम करेंगे।
गौरतलब है कि 2019 यूपी विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी, बसपा और रालोद ने गठबंधन किया था। हालांकि इसके बावजूद भाजपा बहुमत हासिल कर सत्ता में आई। उधर, तीनों पार्टियों को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं हार का ठीकरा रालोद व सपा पर फोड़ते हुए मायावती ने गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया था, जबकि सपा और रालोद के बीच लगातार तालमेल नजर आया।