दरअसल रेलवे में संरक्षा वर्ग स्टाफ की कमी को देखते हुए रेलवे भर्ती बोर्ड ने तकनीकी JE और SSE के पदों के लिए भर्ती को अनुमति दे दी है। लेकिन ये ठेके पर होगी, जिसके तहत रेलवे में इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, सिग्नल और टेलीकॉम विभाग में हजारों युवाओं को नौकरी देने का प्रावधान किया गया है। ठेके का मतलब है भर्ती किए गए युवाओं को एक निश्चित समय तक के लिए नौकरी करने को मिलेगा। उसके बाद टाइम पीरियड खत्म होने के बाद आपको नौकरी से हटा दिया जा सकता है।
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इस संबंध में गाजियाबाद के रेलवे के अधिकारी ने बताया कि मौजूदा वक्त में रेलवे में संरक्षा वर्ग के 3.5 लाख पदों में से 25 फीसदी से अधिक पद खाली है। जिससे अनुमानत: RRB के तहत रेलवे ठेके पर 80,000 से अधिक पदों पर भर्तियां की जा सकती हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड ने ठेके पर नियुक्तियां को दो साल के लिए प्रयोग के तौर पर शुरू किया है। सब ठीक रहा तो इस योजना को आगे बढ़ाया जाएगा।
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वहीं इन भर्तियों में विद्युतीकरण व निर्माण कार्य के लिए इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल व सिग्नल-टेलीकॉम विभाग में सीधी भर्ती की जाएंगी। शैक्षिक योग्यता के अलावा उनकी मेडिकल जांच अनिवार्य होगी। जिसेक लिए लेवल-6 के तहत होने वाली भर्तियों में 27 से 30 हजार रुपये प्रति माह वेतन दिया जाएगा। जबकि लेवल-7 में 34 और 37 हजार वेतन मिलेगा। इसके अलावा दूसरी श्रेणी (ए) का ड्यूटी पास भी दिया जाएगा।
हालाकि इन भर्तियों से इच्छुक उम्मीदवार ज्यादा खुश नहीं हैं। गाजियाबाद में रेलवे की तैयारी कर रहे एक अभ्यर्थी का कहना है कि पहली बार रेलवे बोर्ड ने इस तरह का नियम निकाला है। दो साल ठेके पर काम करने के बाद कहां जाएंगे।
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वहीं आपको बता दें कि अभी ALP यानी असिस्टेंस लोको पायलट के लिए परीक्षाएं चल रही हैं। ALP में परीक्षा पास करने वाले युवाओं को फुल टाइम यानी परमानेंट बेसिस पर नौकरी दी जाएगी। लेकिन RRB के लिए JE और SSE पद के लिए ठेके पर भर्ती निकालने की चर्चा ने युवाओं को निराश कर दिया है।