नोएडा। कृषि कानून को विरोध में किसान करीब चार महीने से धरने पर बैठे हुए हैं। इस बीच अब भाकियू राष्ट्रीय प्रवक्त राकेश टिकैत ने नोएडा-चिल्ला बॉर्डर एक बार फिर से बंद करने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि भारत बंद होने पर वह बॉर्डर बंद करेंगे। फिलहाल इस पर समिति विचार कर रही है। जिसके बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा। जिसके बाद एक दिन के लिए दिल्ली-नोएडा बॉर्डर बंद किया जाएगा।
यह भी पढ़ें
बलिया किसान महापंचायत में बोले राकेश टिकैत, 5 राज्यों के चुनाव में जाकर बताएंगे दिल्ली में हमारे साथ क्या किया दरअसल, मंगलवार को एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में पहुंचे टिकैत ने कहा कि जब भाजपा वाले विपक्ष में थे, तो वो हमारे साथ थे। तब की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए भाजपा ने हमारी मदद ली थी। लेकिन अब इनकी सरकार आई तो यह भी वही काम कर रहे हैं जो पिछली सरकारों ने किया है। टिकैत ने कहा है कि बंगाल के किसानों से हमारी बातचीत हुई और उनसे हमने जानना चाहा कि वहां क्या माहौल है और वहां क्या नाराजगी है। इसके अलावा बंगाल में रह रहे उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों से बातचीत से पता चला कि कुछ लोग भाजपा के समर्थन में भी हैं लेकिन बंगाल के लोग ममता के साथ ही हैं।
नोएडा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोकल बच्चे हैं, उन्हें रोजगार नहीं मिल पा रहा है। वहीं यहां जो इंडस्ट्री है उसके एचआर नोएडा के लोकल बच्चों को कंसीडर ही नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और नोएडा के जाट और गुर्जरों को नौकरी पर नहीं रखा जाता है। लेकिन सरकार को चाहिए कि जिनकी जमीन गई है तो उन्हें दी जाए। खासतौर पर नोएडा के लोगों को।
यह भी पढ़ें
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सरकार पर उठाए सवाल, बोले- आप किसानों को हरा नहीं सकते बॉर्डर पर ही होली की तैयारी किसान गाजीपुर बॉर्डर पर ही होली की तैयारियों में जुटे हुए हैं। किसानों का कहना है कि उन्होंने बीते डेढ़ महीने से बॉर्डर पर ही सभी त्यौहार मनाए हैं। इसी प्रकार होली को भी यहीं पर मनाया जाएगा। इसके तहत सभी तैयारी की जा रही है। बीते कुछ दिनों से बॉर्डर पर किसानों की संख्या बढ़ रही है। हर गांव से किसानों के धरना स्थल पर आने का आह्वान किया जा रहा है। 23 मार्च को शहीदी दिवस मनाने के लिए युवाओं को बुलाया जा रहा है।