मतदान के बाद 5 बजे से वोटों की गिनती शुरु होनी थी जो अब रोक दी गई है। इस चुनाव में यूपी के 403 में से 400 विधायकों ने वोट डाला है। चुनाव आयोग ने शिकायत के बाद तत्काल मतदान की वीडियो फुटेज मंगाई हैं। साथ ही उत्तर प्रदेश की राज्यसभा सीटों का यह चुनाव पश्चिमी यूपी के लिए बेहद खास है। क्योंकि इस बार सूबे की सत्ताधारी पार्टी ने इस क्षेत्र से के दो बड़े नेताओं को राज्यसभा प्रत्याशी बनाया है जिनका जीतना एकदम तय है।
यह भी पढ़ें–राज्यसभा चुनाव: पश्चिमी UP से मोदी-योगी की खास इस दलित नेता का राज्यसभा जाना तय ये दो प्रत्याशी हैं विजयपाल सिंह तोमर और कांता कर्दम। कुछ ही देर में वोटों की गिनती होने के बाद इनकी जीत की औपचारिक घोषणा हो जाएगी। विजयपाल सिंह तोमर भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं तो कांता कर्दम भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष। इन दोनों वरिष्ठ नेताओं का 23 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव में चुना जाना तय है।
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कौन हैं विजयपाल सिंह तोमरजनता दल से राजनीति की शुरुआत करने वाले विजयपाल सिंह तोमर पहली बार मेरठ जिले की सरधना विधानसभा से 1991 में विधायक बने। फिर 1993 में हुए मध्यावधि चुनाव में उन्हें भाजपा के प्रो. रविंद्र पुंढीर से हार का सामना करना पड़ा। उसके बाद विजयपाल सिंह तोमर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। इसके बाद से वे भारतीय जनता पार्टी में पूरी तरह से सक्रिय हैं। 2013 में जब राजनाथ सिंह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने तो उन्होंने भाजपा किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष बनाया।
यह भी देखें-पत्रिका पश्चिमी उत्तर प्रदेश बुलेटिन उसके बाद फिर 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार आने के बाद जब राजनाथ सिंह गृहमंत्री बने तो उनके बाद जब अमित शाह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने तो उन्होंने इन्हें अपनी टीम में भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी। क्षत्रिय राजपूत परिवार से संबंध रखने वाले विजयपाल सिंह तोमर जुलाई 2015 से दिसम्बर 2016 तक भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। इन्हें अमित शाह और राजनाथ सिंह दोनों का विश्वासपात्र माना जाता है।
ये हैं कांता कर्दम
कांता कर्दम वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। लम्बे समय से भाजपा में विभिन्न पदों पर काम कर रही हैं। पिछले साल नवंबर-दिसंबर में संपन्न निकाय चुनाव में पार्टी ने उन्हें मेयर का टिकट दिया था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले 2012 के विधानसभा चुनाव में भी वह भाजपा प्रत्याशी के तौर पर हस्तिनापुर (सुरक्षित) सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं। दुर्भाग्य से उन्हें इस चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस बार उनकी राज्यसभा में जीत पक्की है। कुछ ही देर में परिणाम आने के बाद जीत की घोषणा कर दी जाएगी।
कांता कर्दम वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। लम्बे समय से भाजपा में विभिन्न पदों पर काम कर रही हैं। पिछले साल नवंबर-दिसंबर में संपन्न निकाय चुनाव में पार्टी ने उन्हें मेयर का टिकट दिया था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले 2012 के विधानसभा चुनाव में भी वह भाजपा प्रत्याशी के तौर पर हस्तिनापुर (सुरक्षित) सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं। दुर्भाग्य से उन्हें इस चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस बार उनकी राज्यसभा में जीत पक्की है। कुछ ही देर में परिणाम आने के बाद जीत की घोषणा कर दी जाएगी।