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अाप नेता ने कहा- केंद्र आैर प्रदेश सरकार इनके हाथों बनी हुर्इ है खिलौनाआपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा एससी-एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले को संशोधन करते हुए पलट दिया गया है। जिससे एक बार फिर से इस एक्ट के लगने पर तत्काल गिरफ्तारी फिर से बहाल हो गई है। जिसका सवर्ण समाज के लोगों द्वारा मुखर विरोध किया जा रहा है। इस एक्ट में सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में तत्काल गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। इसके बाद दलित संगठनों ने इसका आरोप केंद्र सरकार पर लगाते हुए 2 अप्रैल को पूरे देश में भारत बंद का आयोजन करते हुए हिंसक प्रदर्शन किया था। इस दौरान बड़ी संख्या में उपद्रवियों पर कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारियां हुईं थीं।
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वेस्ट यूपी के इस जिले में पहुंचेंगे सीएम योगी आैर मोदी के मंत्री, लोगों को देंगे ये बड़ी सौगात यह भी देखें-पीएम मोदी के सफाई अभियान की पोल खोलता ये वीडियो उसके बाद केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को संसद में विधेयक पारित कर पलट दिया। जिसके बाद सवर्ण समाज के लोग खासे नाराज हैं।सवर्ण समाज के लोगों का कहना है कि इस एक्ट का सबसे ज्यादा दुरपयोग होता है। इसलिए इसमें सुप्रीम कोर्ट का निर्णय एक अच्छा फैसला था, लेकिन केंद्र सरकार ने उसको पलट दिया। जिससे एक बार फिर इसके होने वाले दुरपयोग से सवर्ण समाज को फिर से दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इसके विरोध में लगभग पूरे देश में सवर्ण समाज के लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही 6 सितंबर को उन्होंने भारत बंद का आव्हान भी किया है।