आरोपी दारोगा पर दर्ज हुआ केस वहीं, जिम ट्रेनर को गोली मारने के आरोपी दरोगा विजय दर्शन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दरोगा पर डकैती और हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में चार दूसरे पुलिसकर्मी भी सस्पेंड कर दिए गए हैं। वहीं, जितेन्द्र के साथ गाड़ी में मौजूद उसके दोस्त सुनील और गौतम भी मीडिया के सामने आ गए। उन्होंने बताया कि वे जितेंद्र को अस्पताल में छोड़ने के बाद वहां से चले गए थे। उन्हें पुलिस का डर था कि कहीं वे उन्हें परेशान न करे, लेकिन जब पुलिस ने फरारी की बात कही तो वे सामने आ गए।
गाड़ी में बैठाकर मारी गोली अस्पताल में भर्ती जितेन्द्र यादव की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। अस्पताल के बाहर लोग उसकी सलामती की दुआ कर रहे है। जितेंद्र चार दोस्तों के साथ स्कॉर्पियो से अपनी बहन की सगाई कर बहरामपुर से लौट रहा था। जितेन्द्र के साथ गाड़ी में मौजूद उसके दोस्त रविवार को सामने आ गए। जितेंद्र के दोस्त
के अनुसार, वह सेक्टर-122 में अपने साथियों को उतारने के लिए रुका तभी पीछे से कार में दरोगा आ गया और पूछताछ करने लगा। उनमें से एक ने वर्दी पहन रखी थी जबकि एक ने नहीं पहनी थी। इसके बाद उन्होंने चांटे मारने शुरू कर दिए। जब उन्होंने बताया कि वे प्रधान लोकपाल के भतीजे हैं तो दरोगा
कहने लगा कि बदमाश हैं और उन्हें फिर से चांटे मारने लगे। इसके बाद पुलिसवालों ने सभी को गाड़ी में डाल दिया। उसने आरोप लगाया कि गाड़ी के भीतर ही दरोगा ने जितेन्द्र को गोली मार दी। इसके बाद उन्होंने किसी को फोन करके कहा कि एक का एनकांउटर हो चुका है, दो बंदे हैं। इसके बाद उन्होंने फोन काट
दिया। दरोगा ने एक गोली चलाई थी।
के अनुसार, वह सेक्टर-122 में अपने साथियों को उतारने के लिए रुका तभी पीछे से कार में दरोगा आ गया और पूछताछ करने लगा। उनमें से एक ने वर्दी पहन रखी थी जबकि एक ने नहीं पहनी थी। इसके बाद उन्होंने चांटे मारने शुरू कर दिए। जब उन्होंने बताया कि वे प्रधान लोकपाल के भतीजे हैं तो दरोगा
कहने लगा कि बदमाश हैं और उन्हें फिर से चांटे मारने लगे। इसके बाद पुलिसवालों ने सभी को गाड़ी में डाल दिया। उसने आरोप लगाया कि गाड़ी के भीतर ही दरोगा ने जितेन्द्र को गोली मार दी। इसके बाद उन्होंने किसी को फोन करके कहा कि एक का एनकांउटर हो चुका है, दो बंदे हैं। इसके बाद उन्होंने फोन काट
दिया। दरोगा ने एक गोली चलाई थी।
नशे में था दारोगा शनिवार रात को सेक्टर-122 में दरोगा विजय दर्शन शर्मा ने जिम ट्रेनर जितेंद्र यादव को गोली मार दी थी। परिजनों का आरोप था कि दरोगा नशे में था। पुलिस ने जितेंद्र और उसके दोस्तों का फर्जी एनकाउंटर करने कर कोशिश की थी। उस समय जितेंद्र के साथ उसके दोस्त भी मौजूद थे। जितेंद्र को गंभीर
हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
एसएसपी ने कहा- एनकाउंटर जैसी कोई बात नहीं मामला सामने आने पर पुलिस के आला अधिकारी डैमेज कंट्रोल में जुट गए। एसएसपी लव कुमार ने रविवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि एनकाउंटर जैसी कोई बात नहीं है। ट्रेनी दरोगा शराब के नशे में था। अभी तीन-चार माह पहले ही वह नोएडा में आया था। उन्होंने बताया कि आरोपी दरोगा विजय दर्शन शर्मा के खिलाफ डकैती और हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में चार दूसरे पुलिसकर्मी भी सस्पेंड कर दिए गए हैं। हालांकि, जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने दरोगा के नशे में होने की पुष्टि नहीं की है।
सपा भी हुई आक्रामक इस मामले में सपा आक्रामक हो गई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस मामले पर राजनीति गरमा दी थी। सोमवार को इस मामले की गूंज राज्यसभा में भी सुनाई दी। मामले को लेकर सपा के सांसदों ने सदन में जमकर नारेबाजी की, जिसके चलते सदन को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। उधर,
सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी का कहना है कि इस मामले में अगर एसएसपी के खिलाफ कार्रवई नहीं होगी तो पार्टी सड़क पर उतरकर आंदोलन
करेगी।
सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी का कहना है कि इस मामले में अगर एसएसपी के खिलाफ कार्रवई नहीं होगी तो पार्टी सड़क पर उतरकर आंदोलन
करेगी।