यह भी पढ़े – गाजियाबाद के 34 स्कूलों की मान्यता पर छाए संकट के बादल, कहीं आपके बच्चे का स्कूल भी इसमें शामिल तो नहीं? दोनों भाइयों में चल रहा था विवाद जानकारी के मुताबिक, जारचा कोतवाली क्षेत्र के कलौदा गांव में रहने वाले रफाकत खान व उसके भाइयों के खिलाफ गांव के ही जैद नामक व्यक्ति ने मारपीट करने का मुकदमा पूर्व में दर्ज करवाया था। लेकिन बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया था। हालांकि समझौता नामा लेने के नाम पर पर उप निरीक्षक योगेंद्र सिंह ने एक पक्ष से 50 हजार की रिश्वत मांगी। इस रफाकत अली नाम के पीड़ित ने इसकी शिकायत मेरठ में एंटी करप्शन ब्यूरो में की।
यह भी पढ़े – नूपुर शर्मा के सपोर्ट में उतरे नरसिंहानंद गिरी महाराज, इस दिन कुरान लेकर जामा मस्जिद में जाने का किया ऐलान सब इंस्पेक्टर के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा एंटी करप्शन ब्यूरो मेरठ के इंस्पेक्टर बी आर जैदी ने बताया कि पीड़ित की शिकायत लेते हुए पूरे मामले की जांच की गई। मंगलवार दोपहर बाद योगेंद्र को एक रेस्तरां से उस समय गिरफ्तार कर लिया गया जब वह शिकायतकर्ता से कथित रूप से रिश्वत के 30 हजार रुपये ले रहे था। उन्होंने बताया कि उसके खिलाफ थाना दादरी में मुकदमा दर्ज किया गया है और उसे मेरठ स्थित भ्रष्टाचार रोधी अदालत में पेश किया जाएगा। उधर, सब इंस्पेक्टर के एंटी करप्शन टीम के द्वारा पकड़े जाने के बाद पुलिस विभग में हड़कंप मच गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है।