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पहले मोबाइल पर ऐसे देखिए रेलवे के किचन में कैसे बन रहा है खाना, उसके बाद कीजिए ऑर्डर थाना सेक्टर-39 पुलिस की गिरफ्त में दीपक, अमन, अभय और विकास को फर्जी टिकट के साथ पकड़ा गया है। चारों दोस्त होने के साथ-साथ अलग-अलग क्लास में पढ़ रहे हैं। इन लोगों को गूगल और यू ट्यूब से देख कर टिकट बुकिंग में फर्जीवाड़ा करने की सूझी और ये इस धंधे से जुड़ गए। इस गिरोह के मास्टर माइंड दीपक ने बताया कि टिकट बुकिंग कर जब वे पेमेंट गेट वे पर पहुंचते उस दौरान लेनदेन को रोक देते थे, जिससे इनवॉइस जनरेट हो जाता था। लेकिन लेनदेन को रोक देने से पैसा वापस इनके अकाउंट में लौट आता था, ये इनवॉइस को दिखा कर टिकट ले लेते थे और उसे कम दामों में बेच देते थे।
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Nirjala Ekadashi 2018: इस दिन है निर्जला एकादशी, जानिए क्या है इसका महत्व यह भी देखें-सपाईयों का गले मे टोंटी की माला डालकर प्रदर्शन जीआईपी मॉल के पास चेकिंग कर थाना सेक्टर-39 पुलिस ने इन चारों को उस समय पकड़ा जब ये फर्जी टिकट बेचने की फिराक में घूम रहे थे। उसी दौरान कोतवाली सेक्टर-39 के प्रभारी अनिल शाही ने बताया कि ये लोग जीआईपी की वेबसाइट से फर्जी तरीके से वाटर पार्क का ऑनलाइन टिकट बुक करते थे और फिर उसे बेचकर मुनाफा कमाते थे। इनके कब्जे से ऑनलाइन बुक किए पांच फर्जी टिकट, वाटर पार्क के पांच प्रवेश बैण्ड , 3200 रुपये नगद और चार मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।