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कोरोना मरीज ने Covid-19 अस्पताल से वीडियो बनाकर की वायरल, बोला- मुझे बचा लो दरअसल, पुलिस की गिरफ्त में खड़े ईशान जैन, पंकज कुमार हरि सिंह इंडियामार्ट में ही काम करते थे। इन पर इंडियामार्ट का डाटा चोरी करने का आरोप है। इन लोगों ने फर्जी ई-मेल आईडी और फर्जी व्हाट्सएप आदि तैयार करके ग्राहकों से प्रोफाइल बनाने के नाम पर ठगी कर रहे थे। पुलिस उपायुक्त (अपराध) मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि इंडियामार्ट की ओर से एक मुकदमा दर्ज करवाया गया था। कंपनी का आरोप था कि कोई उनका डाटा चोरी करके लोगों को कॉल कर रहा है। इंडियामार्ट की फर्जी मेंबरशिप देने के नाम पर लोगों से पैसा लिया जा रहा है। साइबर क्राइम सेल ने केस दर्ज करके जांच शुरू की। तो पता चला की इस गोरखधंधे में इंडियामार्ट के लोग शामिल है। इंडियामार्ट में मैनेजर पद पर तैनात ईशान जैन कंपनी के ग्राहकों का डाटा निकालकर अपने साथी पंकज कुमार के साथ मिलकर ग्राहकों को कॉल करता था। उनसे पैसा अपने दूसरे हरि सिंह के खातों में डलवाकर तीनों अपना-अपना हिस्सा बांट लेते थे।
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बिना मास्क के बारात लेकर जाना दूल्हे का पड़ा भारी, डीएम ने काट दिया चालान मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि इंडियामार्ट का डाटा चोरी करने वाले तीनों अभियुक्त गिरफ्तार कर लिए गए हैं। इन लोगों ने फर्जी ई-मेल आईडी और फर्जी व्हाट्सएप आदि तैयार करके ग्राहकों से प्रोफाइल बनाने के नाम पर ठगी कर रहे थे। पूछताछ के दौरान पुलिस को तीनों लोगों ने बताया है कि कोरोना वायरस का संक्रमण फैला तो देशभर में लॉकडाउन लागू हो गया। 24 मार्च को लॉकडाउन हुआ और कंपनी ने उन्हें तनख्वाह देनी बंद कर दी। जिसके कारण उनके सामने भूखों मरने का संकट पैदा हो गया था। ऐसे में उन लोगों को कोई रास्ता नजर नहीं आया और उन्होंने कंपनी का डाटा चोरी करके ग्राहकों को ठगना शुरू कर दिया। पुलिस इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 406 और 66 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। अदालत ने तीनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।