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ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर भूलकर भी न करें ये गलतियां, नहीं तो अंजाम होगा बुरा पीएम ने कहा कि बीते चार वर्षों में 3 लाख करोड़ से अधिक खर्च कर 28 हजार किलोमीटर से अधिक के नए हाईवे बनाए जा चुके हैं। चार वर्ष पहले एक दिन में सिर्फ 12 किलोमीटर हाईवे ही बनते थे। लेकिन आज लगभग 27 किलोमीटर हाईवे बनाए जा रहे हैं। इस वर्ष के बजट में भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत 5 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इसके तहत देश में लगभग 35 हज़ार किलोमीटर हाईवे बनाए जा रहे हैं। यह भी पढ़ें
ये हैं देश के सबसे हाईटेक ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे की खासियतें एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने के बाद पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि आज बागपत, पश्चिम यूपी और दिल्ली-NCR के लोगों के लिए बहुत बड़ा दिन है। लोगों के लिए दो बहुत बड़ी सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया है। आज जब इस नई सड़क पर चलने का अवसर मुझे प्राप्त हुआ तो अनुभव किया कि 14 लेन का सफर दिल्ली-एनसीआर के लोगों के जीवन को कितना सुगम बनाने वाला है। कहीं कोई रुकावट नहीं और एक से एक आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल, कंक्रीट के साथ हरियाली का भी मेल इन एक्सप्रेस-वे पर है। यह भी पढ़ें
देश के सबसे हाईटेक ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने बागपत पहुंचे पीएम मोदी उन्होंने कहा कि जिस रफ्तार से ये 9 किलोमीटर सड़क बनी है, उसी रफ्तार से मेरठ तक इस पूरे एक्सप्रेसवे का काम करके, जल्द ही दूसरे चरण को भी जनता के लिए समर्पित किया जाएगा। जब ये हो जाएगा तो मेरठ से दिल्ली सिर्फ 45 मिनट रह जाएगी। दिल्ली-NCR में सिर्फ जाम की ही समस्या नहीं है। प्रदूषण की भी एक बड़ी समस्या है। जो साल दर साल और विकराल रूप लेती जा रही है। प्रदूषण की समस्या का एक कारण दिल्ली में आने-जाने वाली गाड़ियों और लंबे ट्रैफिक जाम है। यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्घाटन से पहले बाइक सवारों ने ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर किया यह काम हमारी सरकार ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली के चारों ओर एक्सप्रेस-वे का एक घेरा बनाने का बीड़ा उठाया। ये दो चरणों में बनाया जा रहा है। इसमें से एक चरण यानि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे का भी थोड़ी देर पहले लोकार्पण किया गया है। पीएम ने कहा कि दिल्ली के अंदर आज जितनी गाड़ियां पहुंचती हैं, उसमें से अब लगभग 30 प्रतिशत की कमी आ जाएगी। ना सिर्फ बड़ी गाड़ियां और ट्रक बल्कि 50 हजार से अधिक कारों को भी अब दिल्ली शहर के अंदर एंट्री की जरूरत नहीं पड़ेगी।
यह भी पढ़ें : ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस—वे पर नहीं चलेगी बाइक, जानिए क्यों इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हाईवे ही नहीं, रेलवे में अभूतपूर्व काम हो रहा है। जहां रेलवे की कनेक्टिविटी नहीं थी, वहां तेज़ी से रेल नेटवर्क बिछाया जा रहा है। सिंगल लाइनों को ब्रॉडगेज में बदलने का काम तीव्र गति से चल रहा है। ट्रेनों की स्पीड बढाई जा रही है। लगभग साढ़े 5 हज़ार मानवरहित क्रॉसिंग को बीते चार वर्षों में हटाया जा चुका है।