नोएडा। तीन माह के भीतर यूपी के शो वीडो कहे जाने वाले नोएडा में दूसरी विजिट करने वाले मोदी पहले पीएम होंगे। इसके साथ ही वे किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में दो बार शिरकत करने वाले पहले प्रधानमंत्री भी बन जाएंगे। हालांकि उनसे पहले मनमोहन सिंह भी प्रधानमंत्री रहते दो बार ग्रेटर नोएडा का दौरा कर चुके हैं, लेकिन उनके दौरे सार्वजनिक नहीं थे। ध्यान रहे कि पांच अप्रैल को पीएम अपनी दूसरी विजिट के दौरान लोगों को 5100 ई रिक्शा की सौगात देंगे। तीन माह में दोबारा पीएम मोदी के आने की बात सुनकर आम आदमी के मन में सिर्फ एक ही विचार आ रहा है कि आखिर ऐसी क्या वजह है कि मोदी इतनी जल्दी फिर से शहर में आ रहे हैं। राजनीति के जानकारों की मानें तो इसके पीछे की वजह साफ है। उनका कहना है कि यूपी में भाजपा को छोड़ सभी बड़ी पार्टियों ने चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है, लेकिन भाजपा ने न तो अब तक उम्मीदवारों की सूची जारी की है और न ही यूपी के अध्यक्ष की घोषणा की है। इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि मोदी ई-रिक्शा के सहारे यहां से चुनाव का बिगुल भी फूंक दें। पश्चिम यूपी में मजबूती के लिए राजनीतिक केंद्र बना नोएडा 2017 में चुनाव में जीत हासिल करने के लिए सभी पार्टियां तैयारी में जुट गई हैं। राजनीतिकों के अनुसार ऐसे में पश्चिम यूपी में अपनी मजबूती बढ़ाने के लिए पीएम तीन माह में दूसरी बार नोएडा पहुंच रहे हैं। गौतमबुद्ध नगर दिल्ली से लेकर मेरठ, मुजफ्फरनगर और आगरा तक जुड़ा है। यहां पार्टी के बडे़-बडे़ नेताओं का भी जुड़ाव है। ऐसे में यहां एक भी सभा करने का असर इन सभी जिलों पर पडे़गा। बसपा के गढ़ में सेंध लगाने का प्रयास यूपी के सबसे ज्यादा विकसित क्षेत्रों में नोएडा का नाम सबसे ऊपर आता है। साथ ही इस क्षेत्र को यह बसपा का गढ़ भी माना जाता है। इस क्षेत्र में बसपा से पार पाना किसी के लिए भी टेढ़ी खीर है। बता दें कि बसपा के जीतने का सबसे बड़ा कारण बसपा सुप्रीमो मायावती हैं। मायावती यहां की बेटी हैं और विकास के लिए उन्हें क्षेत्र में जाना जाता है। इसलिए यहां किसी भी अन्य पार्टी के लिए जीत आसान नहीं है।